फिल्म 'दंगल' में छोटी बबीता फोगाट की भूमिका निभाकर पहचान बनाने वाली सुहानी भटनागर का निधन हो गया. वह महज 19 साल की थी और उनकी दुर्भाग्यपूर्ण मौत से फिल्म इंडस्ट्री और उनके प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई है. 


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शनिवार को सुहानी के निधन की खबर सामने आई, जिसने पूरी फिल्म इंडस्ट्री और उनके फैन को बड़ा सदमा पहुंचा है. दिल्ली एम्स के सूत्रों के अनुसार, सुहानी भटनागर को 7 फरवरी को एम्स में भर्ती कराया गया था. 11 फरवरी को उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया. 16 फरवरी को शाम 7 बजे सांस लेने में तकलीफ के कारण उनकी मौत हो गई. हालांकि, सुहानी की मौत के कारणों की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.


वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुहानी कुछ समय पहले पैर में फ्रैक्चर होने के बाद से कुछ हेल्थ प्रॉब्लम से जूझ रही थीं. बताया जा रहा है कि उपचार के दौरान दी गई दवाओं के साइड इफैक्ट्स के कारण उनके शरीर में तरल पदार्थ भर गया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई. आइए समझते हैं शरीर में तरल पदार्थ का जमाव क्या होता है और यह कैसे स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है?


शरीर में तरल पदार्थ का जमाव क्या है?
हमारा शरीर लगभग 60% पानी से बना है, जो विभिन्न टिशू और अंगों में बंट जाता है. तरल पदार्थ खून, लसीका और सेल्स के अंदर भी पाया जाता है. ये सभी तरल पदार्थ शरीर के विभिन्न कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं. हालांकि, कभी-कभी कुछ स्थितियों में शरीर में तरल पदार्थ का असामान्य जमाव हो सकता है. इसे इडिमा (edema) या फ्लुइड ओवरलोड (fluid overload) कहा जाता है. यह शरीर के विभिन्न हिस्सों में हो सकता है, जैसे टखनों, पैरों, पेट, फेफड़ों और दिमाग में.


तरल पदार्थ जमा होने के क्या कारण हैं?
- किसी बीमारी की वजह से, जैसे कि दिल की बीमारी, किडनी रोग, लिवर रोग या थायराइड की समस्याएं.
- कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट के रूप में शरीर में तरल पदार्थ जमा हो सकता है.
- प्रोटीन की कमी से भी शरीर में तरल पदार्थ का असंतुलन हो सकता है.
- किसी चोट या संक्रमण के कारण भी शरीर में तरल पदार्थ जमा हो सकता है.


सुहानी भटनागर के केस में उनके पैर में फ्रैक्चर के बाद स्वास्थ्य समस्याएं हो रही थीं. उपचार के दौरान दी गई दवाओं के साइड इफैक्ट्स से उनके शरीर में तरल पदार्थ जमा होने का अंदेशा है. हालांकि, उनके निधन का आधिकारिक कारण अभी सामने नहीं आया है.


 


 


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.