Weight Loss Tips: हम सभी बचपन से सूजी और बेसन से बने पकवान (उपमा, हलवा, ढोकला, चीला आदि) खा कर बड़े हुए हैं. भारत के लोग सूजी और बेसन का बहुत बार सेवन करते हैं. ये दोनों ही पोषण के मामले में अलग-अलग फायदे पहुंचाते हैं. लेकिन इनमें से एक आपके स्वास्थ्य के लिए ज्यादा बेहतर है. एक डाइटिशियन एक्सपर्ट ने बताया कि हमें यह याद रखने की जरूरत है कि सूजी और बेसन दो अलग-अलग खाद्य समूहों से संबंधित हैं. सूजी अनाज (cereals) ग्रुप का है और बेसन दलहन फलियां परिवार (pulses legume family) का हिस्सा, जो मुख्य रूप से एक शाकाहारी प्रोटीन स्रोत है.


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अनाज को कार्बोहाइड्रेट, कैलोरी, आयरन और कम प्रोटीन के प्रमुख स्रोतों में से एक माना जाता है. दूसरी ओर, फलियां समूह के खाद्य पदार्थों में अच्छी मात्रा में प्रोटीन होता है। 30 ग्राम बेसन में लगभग 7 ग्राम प्रोटीन होता है. विशेष रूप से शाकाहारियों के लिए, जब हम अनाज और दालों को एक साथ मिलाते हैं, तो यह प्रोटीन की बेहतर गुणवत्ता देते हैं. इडली में अनाज और दालों का सही अनुपात होता है, इसलिए यह सबसे अच्छा फूड माना जाता है, खासकर नाश्ते में.


सूजी के फायदे?
सूजी एक दरदरा पिसा हुआ गेहूं है जिसे पचाना आसान होता है. हम सूजी को नाश्ते का बढ़िया विकल्प मानते हैं, क्योंकि यह पेट के लिए हल्का होता है. सूजी कम कैलोरी, हाई प्रोटीन, अच्छा फैट और कैल्शियम से भरा होता है, इसलिए इसका वेट लॉस में सेवन कर सकते हैं. एक्सपर्ट के अनुसार, सूजी हेल्दी कार्बोहाइड्रेट का एक बड़ा स्रोत है, जिसे एनर्जी बूस्टर माना जाता है. इसके अलावा सूजी आयरन रिच फूड है. सूजी दिल की सेहत के लिए भी अच्छा होता है क्योंकि इसमें खराब कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है. इन सबके अलावा, सूजी में जिंक, मैग्नीशियम और फास्फोरस होता है, जो एक अच्छा तंत्रिका तंत्र (nervous system) बूस्टर बनाती है.


बेसन के फायदे?
बेसन में कैलोरी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और अच्छे फैट होते हैं, जो एनर्जी को बूस्ट करने में मदद करते हैं. बेसन में गेहूं के आटे की तुलना में ज्यादा अच्छा फैट होता है. यह आपको वजन कम करने में भी मदद कर सकता है, अगर इसे अपनी डाइट में उचित तरीके से इस्तेमाल और स्वस्थ तरीके से सेवन किया जाए. डाइटिशियन एक्सपर्ट के अनुसार, जिन्हें मधुमेह (diabetes) है, वे भी बिना किसी चिंता के बेसन का सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा, बेसन फाइबर, आयरन और फोलेट से भरपूर होता है.


वजन कम करने के लिए क्या है बेहतर?
सूजी का चीला या उत्तपम बनाते समय, अगर इसमें दाल और बेसन मिला दें, तो भोजन की गुणवत्ता व पोषण मूल्य में सुधार होगा. डाइटिशियन ने बताया कि सूजी की तुलना बेसन से नहीं कर सकते क्योंकि वे एक दूसरे के पूरक हैं. ऐसी कोई तुलना नहीं है, जो किस से बेहतर हो. दोनों ही समान रूप से अच्छे हैं!