साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार रजनीकांत को 30 सितंबर 2024 को चेन्नई के अपोलो अस्पताल, ग्रीम्स रोड में भर्ती कराया गया था. उनके दिल से जुड़ी मुख्य ब्लड वेसल्स (एओर्टा) में सूजन पाई गई थी, जिसे मेडिकल एक्सपर्ट द्वारा एक नॉन-सर्जिकल प्रक्रिया के जरिए ठीक किया गया है. यह प्रक्रिया ‘ट्रांसकैथेटर’ तरीके से की गई, जिसमें एओर्टा में स्टेंट डाला गया, जिससे ब्लड वेसल्स में सूजन को पूरी तरह से बंद कर दिया गया.


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इस कॉम्प्लिकेटेड और लेटेस्ट मेडिकल तरीके को वरिष्ठ इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. साई सतीश द्वारा अंजाम दिया गया. उन्होंने एओर्टा की सूजन को ठीक करने के लिए एंडोवस्कुलर रिपेयर नामक तकनीक का उपयोग किया. डॉक्टरों के अनुसार, यह प्रक्रिया बिल्कुल प्लान के अनुसार सफलतापूर्वक पूरी हुई और रजनीकांत की सेहत अब स्थिर है.


क्या है एओर्टा की समस्या?
रजनीकांत जिस स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे थे, उसे एओर्टिक एनेयूरिज्म कहा जाता है. यह तब होता है जब दिल से शरीर के अन्य हिस्सों तक खून ले जाने वाली मुख्य ब्लड वेसल्स (एओर्टा) की दीवार कमजोर हो जाती है और उसमें सूजन आ जाती है. अगर इसे समय रहते ठीक न किया जाए, तो यह फट भी सकती है, जो कि जानलेवा हो सकता है.


एओर्टिक एनेयूरिज्म का इलाज
हालांकि, आज की लेटेस्ट मेडिकल टेक्नोलॉजी की बदौलत इस समस्या का इलाज अब बिना सर्जरी के भी किया जा सकता है. रजनीकांत की इस समस्या का इलाज ट्रांसकैथेटर तकनीक से किया गया, जिसमें कैथेटर की मदद से सूजन वाले हिस्से में स्टेंट डाला जाता है, जिससे सूजन को बंद कर दिया जाता है और ब्लड वेसल्स को स्थिर किया जाता है.


अब कैसा है रजनीकांत की सेहत?
अस्पताल द्वारा जारी बयान के मुताबिक, सुपरस्टार रजनीकांत की स्थिति अब संतोषजनक है. डॉक्टरों के अनुसार, वह जल्द ही पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएंगे और उन्हें अगले दो दिनों के भीतर घर भेज दिया जाएगा. सुपरस्टार के प्रशंसकों के लिए यह राहत की खबर है कि रजनीकांत की तबीयत अब ठीक है और वे जल्द ही सामान्य जीवन में लौट आएंगे. डॉक्टरों ने उनकी सेहत पर कड़ी नजर रखी है और पूरी प्रक्रिया सफल रही है.