प्लेटलेट्स रक्त में पाए जाने वाले छोटे रक्त कोशिकाएं होते हैं जो रक्त के थक्के बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यदि आपके शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम है, तो आपको अत्यधिक रक्तस्राव का खतरा हो सकता है.


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लो प्लेटलेट्स काउंट को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया भी कहा जाता है. यह जेनेटिक कारकों के कारण भी होता है लेकिन इसके मामले बहुत ही रेयर हैं. लेकिन डेंगू, ल्यूकेमिया कैंसर जैसी बीमारियों, मेडिकल कंडीशन और कुछ तरह की दवाओं के कारण आमतौर कई लोग में लो प्लेटलेट्स काउंट की समस्या होती है. 


नॉर्मल प्लेटलेट्स काउंट रेंज क्या है

जॉन्स हॉपकिंस मेडिसिन के अनुसार, पुरुषों में नॉर्मल प्लेटलेट्स काउंट रेंज 150,000 से 450,000 प्रति माइक्रोलीटर और महिलाएं 150,000 से 350,000 प्रति माइक्रोलीटर होता है. इसका पता कंपलिट ब्लड टेस्ट (CBC)से लगाया जा सकता है. 


कम प्लेटलेट्स के 5 लक्षण

नाक या मसूड़ों से ब्लीडिंग
आसानी से चोट लगना और त्वचा का नीला पड़ना 
हैवी पीरियड्स ब्लीडिंग
काले या खूनी मल
त्वचा  के नीचे छोटे लाल धब्बे दिखना


कम प्लेटलेट्स का इलाज

कम प्लेटलेट्स का इलाज अंतर्निहित कारणों पर निर्भर करता है. यदि कारण कोई संक्रमण है, तो आपको एंटीबायोटिक्स या अन्य दवाएं दी जा सकती हैं. यदि कारण कोई ऑटोइम्यून बीमारी है, तो आपको दवाएं दी जा सकती हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली को दबाती हैं. यदि कारण कैंसर है, तो आपको कैंसर का इलाज मिल सकता है.


कम प्लेटलेट्स होने पर करें इन 10 चीजों से परहेज

बॉडी में प्लेटलेट्स की मात्रा कम होने पर शराब, फ्राइड फूड्स, रेड मीट, हाई सोडियम फूड्स, लहसुन, प्याज, टमाटर, हल्दी, अदरक, हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड्स का सेवन नहीं करना चाहिए. ये फूड्स बॉडी में खून को और अधिक पतला करने का काम करते हैं, और थक्का बनने से रोकते हैं.

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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.