दूसरी लहर का प्रकोप झेलने के बाद भारत के कुछ हिस्सों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है. अनलॉक के साथ केंद्र व राज्य सरकारें पूरी तरह से सावधानी बरत रही हैं. लेकिन भारत में लॉकडाउन प्रतिबंध हटाने को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रॉस अधानोम गेब्रयासस ने चेतावनी दी है. उनके मुताबिक, दूसरी लहर की गंभीरता को देखते हुए जल्दबाजी में लॉकडाउन प्रतिबंध हटाना खतरनाक साबित हो सकता है. टेड्रॉस के अनुसार, डेल्टा वैरिएंट सहित अन्य चिंताजनक वैरिएंट्स के बढ़ते मामले फिर से स्थिति को बेकाबू बना सकते हैं. इसलिए लॉकडाउन में ढील देते हुए काफी सावधानी बरतने की जरूरत है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि, जिन लोगों को अभी तक वैक्सीन नहीं लगी है, उनके लिए कोरोना प्रतिबंधों में एकदम ढील देना विनाशकारी बन सकता है.


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डेल्टा वैरिएंट को बताया था चिंताजनक
पिछले महीने डब्ल्यूएचओ ने कोरोना डेल्टा स्ट्रेन को वैरिएंट ऑप कंसर्न (VOC) घोषित किया था. यह वैरिएंट भारत में सबसे पहले देखने को मिला था. लेकिन डब्ल्यूएचओ चीफ के मुताबिक अब चिंता की कोई बात नहीं है. भारत में मिले इस वैरिएंट के बी.1.617.1 और बी.1.617.2 रूप को डब्ल्यूएचओ के मुताबिक क्रमश: 'कप्पा' व 'डेल्टा' नाम दिया गया. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस के अलग-अलग स्ट्रेन को ग्रीक भाषा के अक्षरों के जरिए नाम दिए हैं, ताकि इनकी पहचान को आसान बनाया जा सके.


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