इसमें कोई दोराय नहीं कि खाने का स्वाद नमक के बिना बिल्कुल फीका सा लगता है. लेकिन नमक में सोडियम होने के कारण इसका ज्यादा सेवन सेहत के लिए हानिकारक साबित होता है.


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वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, हर लगभग 18 लाख से ज्यादा लोग की मौत की वजह सोडियम की अत्यधिक मात्रा को बताया गया है. क्योंकि सोडियम सबसे ज्यादा नमक में ही मौजूद होता है, इसलिए यह कहना गलत नहीं कि नमक जहर से कम नहीं है. भले ही हमेशा आपने भोजन में स्वादानुसार नमक डालने की सलाह शेफ से सुनी होगी पर हर दिन उतनी ही मात्रा में इसका यूज जितना सेहतमंद बताया गया है.



कैसे सोडियम बनती है मौत की वजह

बॉडी में ज्यादा मात्रा में सोडियम हाई ब्लड प्रेशर से संबंधित है, जिससे हृदय रोग, गैस्ट्रिक कैंसर, मोटापा, ऑस्टियोपोरोसिस, मेनिएर रोग और गुर्दे की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है.


रोज नमक की इतनी मात्रा ही काफी

वयस्कों के लिए, डब्ल्यूएचओ 2000 मिलीग्राम/दिन से कम सोडियम (5 ग्राम/दिन नमक से कम के बराबर) की सिफारिश करता है. वहीं, 2-15 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए, डब्ल्यूएचओ अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं के आधार पर वयस्क खुराक को नीचे की ओर समायोजित करने की सलाह देता है.


नमक इनटेक को कम करने के उपाय


  • ज्यादातर ताजा, कम से कम प्रोसेस्ड फूड्स आइटम खाएं.

  • कम सोडियम वाले उत्पाद चुनें (120mg/100g सोडियम से कम)

  • कम या बिना नमक डाले पकाएं खाना.

  • भोजन के स्वाद के लिए नमक के बजाय जड़ी-बूटियों और मसालों का उपयोग करें.

  • पैकेट वाले सॉस, ड्रेसिंग और इंसटेंट फूड्स का सेवन ना करें. 



बॉडी में ज्यादा सोडियम होने के संकेत

यदि आपको लंबे समय से मांसपेशियों में कमजोरी महसूस हो रही है, तो यह बॉडी में सोडियम की अधिक मात्रा का संकेत हो सकता है. इसके अलावा बार-बार प्यास लगना, सिर में ज्यादातर हल्का दर्द रहना, बार-बार पेशाब आना, शरीर में सूजन हाई सोडियम लेवल के अन्य संकेतों में शामिल हैं.

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