Air Quality Of Delhi: बीते रविवार यानी 10 सितंबर 2023 को दिल्ली के लोगों ने इस साल पहले बार 'गुड एयर क्वालिटी' (Good Air Quality) का अहसास किया, सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (Central Pollution Control Board) के मुताबिक दिल्ली का एवरेज एयर क्वालिटी इंडिक्स (AQI) 45 पर रिकॉर्ड हुआ. देश की राजधानी से सटे शहर गाजियाबाद (Ghaziabad) और नोए़डा (Noida) में हवा की गुणवत्ता ऐसी ही रही. वहीं गुड़गांव (Gurgaon) की एक्यूआई संतोषजनक रही. एनसीआर में इतनी साफ हवा होना किसी चमत्कार से कम नहीं है क्योंकि दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक है. यहां पॉल्यूशन का मुख्य कारण गाड़ियों से निकलने वाला धुआं है.


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आखिर क्यों बेहतर हुई दिल्ली की हवा?
10 सितंबर की रात से लेकर 11 सितंबर कू सुबह तक दिल्ली में तेज बारिश हुई, जो अधिकतम 58 मिलीमीटर (मयूर विहार) रही. राजधानी और आसपास के इलाकों में बारिश एक बड़ी वजह है जिससे हवा इतनी साफ हो पाई. हैरानी बात ये रही कि दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडिम के आसपास सबसे कम AQI 19 दर्ज किया गया.


क्या है हवा की क्वालिटी का पारामीटर? 
जब एयर क्वालिटी इंडिक्स (Air Quality Index) 50 से कम होता है तो इसे 'अच्छा' (Good) माना जाता है. जब AQI 51 से लेकर 100 तक रहता है तो इसे 'संतोषजनक' (Satisfactory), 101 ms 200 के बीच मॉडरेट (Moderate), 301 से लेकर 400 तक एयर क्वालिटी 'बहुत बुरी' और 401 से 500 के बीच खतरनाक (Severe) माना जाता है.
 


बारिश होने पर क्यों बेहतर हो जाती ही एयर क्वालिटी?
बारिश एयर पॉल्यूशन को नीचे ले जाती है और क्यों रिमझिम और तेज बूंदे डस्ट और पॉल्यूटेंट्स को जमीन पर गिराकर बहा ले जाती है, जिससे हवा काफी ज्यादा साफ हो जाती है. हवा में कई ऐसे खतरनाक कण होते हैं जो तैरते रहते हैं और हमारे लंग्स को नुकसान पहुंचाते हैं. बरसात के कारण ये भारी होकर धरती पर आ जाते हैं. 
 


(Disclaimer:प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)