गुस्से से होगा हार्ट का काम खराब, अमेरिका की स्टडी में किया गया दावा
गुस्सा में इंसान का रूप शैतान जैसा हो जाता है, ये दूसरे को तो नुकसान पहुंचाता ही है, साथ ही इससे खुद का काम भी खराब हो सकता है. आपको जानना जरूरी है एंगर मैनेजमेंट क्यों जरूरी है
Why Anger Is Bad For Your Heart Health: क्या आपको अक्सर गुस्सा आता है और आप इसपर काबू नहीं रख पाते, जिसके बाद बेहद अग्रेसिव तरीके से रिस्पॉन्ड करते हैं, तो ये खुद की बर्बादी का कारण बन सकता है, क्योंकि ये आपकी सेहत से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है. गुस्सा भले ही थोड़ी देर के लिए हो, आप किसी पर चिल्ला रहे हैं या झल्ला रहे हैं. ऐसा करने से आपके बल्ड वेसल्स को इस्किमिया (Ischemia) पर रिस्पॉन्ड करना मुश्किल हो जाता है.
दिल के लिए अच्छा नहीं है गुस्सा
जर्नल ऑफ अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (Journal of the American Heart Association) में छपी एक स्टडी में कहा गया है कि एंडोथेलियम-डिपेंडेंट वासोडिलेशन (endothelium-dependent vasodilation) पर उकसाए गई "एंग्जाइटी और उदासी" का कोई स्टैटिकल रूप से अहम नेगेटिव इफेक्ट नहीं पाया गया, जो ब्लड फ्लो को रेगुलेट करने और कार्डियोवैस्कुलर होमियोस्टेसिस को बनाए रखने के लिए एक अहम मेकेनिज्म है.
कैसे पहुंचता है नुकसान?
हमारे अंदर का गुस्सा शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले हार्मोन को स्टिमुलेट करता है जिससे दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैं, ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और हार्ट में जाने वाले ब्लड वेसेल्स की इनर लाइनिंग को नुकसान पहुंचता है. यह क्षतिग्रस्त रक्त वाहिक पर प्लेटलेट और लिपिड जमाव का कारण बनता है, जो आखिरकार दिल के दौरे का कारण बनता है.
गुस्से से सिर्फ हार्ट हेल्थ को ही नुकसान नहीं पहुंचता, बल्कि इससे चिड़चिड़ापन, थकान, इमोशनल डैमेज, नींद की दिक्कतें, डिप्रेशन, स्ट्रेस का खतरा बढ़ जाता है, कई लोगों को इसके कारण शराब, सिगरेट और ड्रग्स की लत लग जाती है. इससे साफ जाहिर होता है कि गुस्से को अगर कंट्रोल न किया जाए तो ये हमारे ओवरऑल हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है.
गुस्से को कैसे करें काबू?
गुस्सा से जब इतना नुकसान है तो बेहतर है कि आप इस पर हर हाल में काबू करने की कोशिश करें. आइए जानते हैं एंगर कंट्रोल के लिए आप क्या कर सकते हैं.
1. ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें
2. योग और मेडिटेशन का सहारा लें
3. हेल्दी स्लीप साइकिल को मेंटेन करें
4. हेल्दी डाइट लें
5. दोस्तों और परिवार के लोगों से बाद करें
6. जरूरत पड़ने पर एक्सपर्ट से काउंसिलिंग कराएं
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.