Women health: इन पोषक तत्वों की कमी पर जरूर ध्यान दें महिलाएं, वरना हो सकती है गंभीर बीमारियां
Women health: अक्सर महिलाओं में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, जिनका उन्हें पता नहीं चल पाता. शरीर में पोषक तत्वों की कमी से कई गंभीर बीमारियां पैदा होने लगती है.
Women Health: गंभीर बीमारियों के अलावा, महिलाएं पोषक तत्वों की कमी (nutritional deficiency) के अधीन भी होती हैं, जो उनके पूरे स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं. ऐसी चीजों से दूर रहने के लिए एक बैलेंस डाइट (balance diet) निश्चित रूप से महत्वपूर्ण है. हालांकि, कभी-कभी बेस्ट डाइट भी आपको अत्यधिक पोषण देने में फेल हो जाते हैं.
थकान महसूस करना, चक्कर आना, सुन्न महसूस करना, उंगलियों में झुनझुनी से लेकर कमजोर मसल्स और हड्डियों में दर्द जैसे कई लक्षण पोषक तत्वों की कमी (nutritional deficiency symptoms) से हो सकते हैं. यदि इसकी कमी को पूरी न की जाए तो आप किसी गंभीर बीमारी (serious disease) के शिकार हो सकते हैं. यही कारण है कि महिलाओं को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें अपनी डाइट से सभी प्रकार के पोषक तत्व सही मात्रा में मिल रहे हों. आइए हम महिलाओं में सबसे आम पोषक तत्वों की कमी और खाने के लिए खाद्य पदार्थों पर एक नजर डालें.
आयरन
महिलाओं में आयरन की कमी बेहद प्रचलित है. यह देखते हुए कि महिलाओं को हर महीने पीरियड्स होते हैं. ऐसे में अगर, आयरन की कमी को पूरा न कर पाएं तो एनीमिया होने की संभावना बढ़ जाती है. एनीमिया के लक्षण चक्कर आना, अत्यधिक थकान, सांस की तकलीफ, जीभ में दर्द, भंगुर नाखून आदि हो सकते हैं. शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में समुद्री भोजन, रेड मीट, बीन्स, हरि सब्जियां, मटर और सूखे मेवे (किशमिश और खुबानी) खा सकती हैं.
कैल्शियम
कैल्शियम एक महत्वपूर्ण खनिज है, जो शरीर में स्वस्थ हड्डियों और दांतों के निर्माण में मदद करता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, 8-19 साल की लड़कियां और 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में कैल्शियम का लेवल कम होने की संभावना सबसे अधिक होती है. इसके लक्षण अत्यधिक थकान, कमजोरी, बार-बार मांसपेशियों में ऐंठन, स्किन प्रॉब्लम्स, कमजोर हड्डियां, दांतों की समस्या और अनियमित दिल की धड़कन हो सकते हैं. शरीर में कैल्शियम के स्तर को बढ़ाने के लिए दूध, दही, पनीर, सोयाबीन, ग्रीन सब्जियां और सेलमन फिश को डाइट में शामिल करें.
आयोडीन
शरीर को थायराइड के स्वस्थ कामकाज और थायराइड हार्मोन के कुशल उत्पादन के लिए आयोडीन आवश्यक है. ये अन्य शारीरिक क्रियाओं पर नजर रखते हुए, मेटाबॉलिज्म को प्रबंधित और नियंत्रित करने में मदद करते हैं. शरीर में आयोडीन की कमी से बढ़े हुए थायराइड ग्लैंड्स हो सकते हैं. इसकी कमी से कमजोरी, थकान, बालों का झड़ना, ठंड लगना और अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. शेलफिश, डेयरी, नमक, अंडे, चिकन जैसी चीजों से आयोडीन की कमी को पूरा किया जा सकता है.
विटामिन-डी
शरीर के हेल्दी कामकाज के लिए विटामिन डी बहुत महत्वपूर्ण है. यह एक आवश्यक पोषक तत्व है, जो हमारे द्वारा खाए जाने वाले फूड, निर्धारित सप्लीमेंट्स और सबसे महत्वपूर्ण सूर्य से प्राप्त किया जा सकता है. विटामिन डी की कमी थकान, पीठ दर्द, बालों के झड़ने और डिप्रेशन के लक्षणों सहित कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. विटामिन डी फैटी फिश और फिश लिवर ऑयल, योल्क (अंडे का पीला वाला इस्सा), डिब्बाबंद टूना, मशरूम, सैलमन, जैसे फूड खा सकते हैं.
विटामिन बी12
विटामिन बी12 हमारे शरीर के लिए सबसे आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है. यह एक पानी में घुलनशील विटामिन है, जो शरीर द्वारा प्राकृतिक रूप से निर्मित नहीं किया जा सकता है. हम जो भी कुछ खाते हैं, उन्हीं से विटामिन बी12 को प्राप्त किया जा सकता है. विटामिन बी12 न केवल मस्तिष्क और नर्व सेल्स के विकास में मदद करता है. विटामिन बी12 की कमी के लक्षण स्किन का रंग बदलना, मुंह के छाले, आपके चलने के तरीके में परिवर्तन, कमजोर आंखें, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन है. विटामिन बी12 के अच्छे सोर्स दूध, अंडे, दही, फैटी फिश, रेड मीट और फोर्टिफाइड सीरियल्स.
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