स्ट्रोक एक गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है, जो दिमाग में खून के फ्लो में रुकावट के कारण होती है. स्ट्रोक से दिमाग को नुकसान पहुंच सकता है और यह कई तरह की समस्याओं का कारण बन सकता है, जिनमें पैरालिसिस, बोलने में कठिनाई और मानसिक समस्याएं शामिल हैं. 


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स्ट्रोक पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कम आम होता है, लेकिन यह महिलाओं के लिए अधिक घातक होता है. महिलाओं में स्ट्रोक के लक्षणों को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, जिससे इलाज में देरी हो सकती है और स्ट्रोक के परिणाम अधिक गंभीर हो सकते हैं.


स्ट्रोक के कुछ सामान्य लक्षण
- चेहरे, बांह, या पैर क पैरालाइस होना या सुन्नता
- बोलने में कठिनाई या समझने में परेशानी
- एक या दोनों आंखों में धुंधलापन, दोहरी दृष्टि या आंखों के सामने अंधेरे धब्बे आना
- चक्कर आना, असंतुलन या गिरना
- स्ट्रोक के कारण होने वाला अचानक और बहुत तेज सिरदर्द


महिलाओं में स्ट्रोक के कुछ अन्य लक्षण
-  कमजोरी या थकान
-  भूलने की बीमारी
-  मूड में बदलाव
-  चलने में कठिनाई
-  मूत्राशय या आंतों के नियंत्रण में समस्या


महिलाएं अक्सर इन लक्षणों को नजरअंदाज कर देती हैं, क्योंकि वे उन्हें अन्य स्थितियों के लक्षण मानती हैं. यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. स्ट्रोक का इलाज जल्दी शुरू करने से गंभीर परिणामों को कम करने में मदद मिल सकती है.  महिलाओं को स्ट्रोक के लक्षणों के बारे में जागरूक होना चाहिए और यदि उन्हें कोई लक्षण दिखाई देता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.


स्ट्रोक से बचाव के उपाय
- स्वस्थ वजन बनाए रखें.
- नियमित रूप से व्यायाम करें.
- स्वस्थ आहार खाएं.
- धूम्रपान न करें.
- शराब का सेवन कम करें.
- नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की जांच करवाएं.
- यदि आपको हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, या डायबिटीज है, तो इसका उचित इलाज करवाएं.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.