दिल का दौरा, जिसे हार्ट अटैक भी कहा जाता है, एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है जो तब होती है जब दिल की मसल्स को पर्याप्त खून और ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है. यह आमतौर पर दिल की नसों में रुकावट के कारण होता है, जिन्हें कोरोनरी धमनियां कहा जाता है.


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हालांकि, यह एक आम धारणा है कि पुरुषों को महिलाओं की तुलना में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है. लेकिन, यह पूरी तरह से सच नहीं है. वहीं,  पुरुषों और महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण और रिस्क फैक्टर थोड़े अलग हो सकते हैं. आइए इन्हें विस्तार में समझते हैं.


महिलाओं में हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टर
* 55 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
* पारिवारिक इतिहास: यदि आपके परिवार में किसी को हार्ट अटैक या स्ट्रोक का इतिहास रहा है, तो आपको भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
* हाई ब्लड प्रेशर दिल की बीमारी का एक प्रमुख रिस्क फैक्टर है.
* डायबिटीज दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है.
* हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल नसों में प्लाक जमा होने का कारण बन सकता है, जिससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है.
* धूम्रपान दिल की बीमारी का एक प्रमुख रिस्क फैक्टर है.
* मोटापा दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है.
* नियमित व्यायाम न करना दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है.
* तनाव दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है.
* डिप्रेशन और चिंता जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकती हैं.
* कुछ प्रकार की गर्भनिरोधक गोलियां दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकती हैं.


पुरुषों में हार्ट अटैक के रिस्क फैक्टर
* 45 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
* यदि आपके परिवार में किसी को हार्ट अटैक या स्ट्रोक का इतिहास रहा है, तो आपको भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
* हाई ब्लड प्रेशर दिल की बीमारी का एक प्रमुख रिस्क फैक्टर है.
* डायबिटीज दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है.
* हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल नसों में प्लाक जमा होने का कारण बन सकता है, जिससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है.
* धूम्रपान दिल की बीमारी का एक प्रमुख रिस्क फैक्टर है.
* मोटापा दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है.
* नियमित व्यायाम न करना दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है.
* तनाव दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है.


हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण
* सीने में दर्द, दबाव या जकड़न
* सांस लेने में तकलीफ
* मतली या उल्टी
* ठंडा पसीना आना
* चक्कर आना या हल्कापन महसूस होना
* जबड़े, गर्दन या हाथ में दर्द


हार्ट अटैक पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य खतरा है. शुरुआती संकेतों को जानना और तुरंत मेडिकल हेल्प लेना महत्वपूर्ण है. दिल की बीमारी के रिस्क वाले फैक्टर्स को कंट्रोल करके, आप हार्ट अटैक के खतरे को कम कर सकते हैं और हेल्दी जीवन जी सकते हैं.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.