नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय (home ministry) ने लोकसभा में जानकारी दी कि 5 अगस्त से 15 नवंबर 2019 तक जम्मू कश्मीर (Jammu And Kashmir) में पत्थरबाज़ी (stone pelting) के 190 मामले दर्ज किए गए और 765 लोगों को गिरफ्तार किया गया. वहीं इस साल की शुरुआत से 04 अगस्त तक पत्थरबाज़ी के 361 मामले दर्ज किए गए. बता दें 5 अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 (article 370) और आर्टिकल 35ए  (Article 35A) को हटा दिया था. 


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गृहमंत्रालय ने कहा कि सरकार ने पत्थरबाजी को रोकने के लिए सरकार ने बहुस्तरीय नीति शुरु की है. बड़ी संख्या में परेशानी पैदा करने वालों, भड़काने वालों, भीड़ इकट्ठा करने वालों की पहचान की गई है और उनके खिलाफ विभिन्न एहतियाती उपाय किए गए हैं. जांच से यह पता चला है कि कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी की घटनाओं में हुर्रियत से जुड़े विभिन्न अलगाववादी संगठन और कार्यकर्ता शामिल रहे हैं. NIA ने अब तक आतंकी फंडिंग के मामलों में 18 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।



अगस्त-नवंबर में संघर्ष विराम उल्लंघन की 950 घटनाएं
इस साल अगस्त और नवंबर के बीच सीमा पार से नियंत्रण रेखा (LoC) पर युद्ध विराम उल्लंघन की 950 घटनाएं घटी है. गृह मंत्रालय (home ministry) ने सोमवार को लोकसभा में यह जानकारी दी. 


गृहमंत्रालय ने कहा कि कि सीजफायर उल्लंघन के मामलों में सुरक्षा बलों द्वारा तत्काल और प्रभावी जवाबी कार्रवाई की जाती है.