Gulmarg terror attack Update:​ जैश मोहम्मद के एक संगठन पीएएफएफ ने गुलमर्ग हमले की जिम्मेदारी ली है. 8 दिनों में 2 बड़े हमलों सहित 4 आतंकी घटनाएं हुई हैं. जैश के एक संगठन पीएएफएफ (पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट) ने गुलमर्ग हमले की जिम्मेदारी ली है. इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चल रहा है. कल शाम से टांगमार्ग से मीडिया को जाने की अनुमति नहीं है. हालांकि पर्यटकों और स्थानीय लोगों को गुलमर्ग तक जाने की अनुमति है. 


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सेना के काफिले पर हमला
कल रात हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों ने सेना के एक छोटे काफिले पर हमला किया जो गुलमर्ग आर्मी कैंप से नियंत्रण रेखा की अग्रिम चौकियों की ओर जा रहा था और आखिरी दो वाहनों पर हमला किया गया. बताया जा रहा है कि उन वाहनों में एक जेसीओ और सेना और नागरिक कुलियों सहित 18 रैंक के 19 लोग सवार थे. इस घातक हमले में 4 लोग मारे गए, जिनमें 2 सैनिक और 2 स्थानीय नागरिक कुम्हार थे और 3 घायल हुए, जिनमें 2 सैनिक और 1 स्थानीय नागरिक कुम्हार था. 


नागिन पोस्ट पर हुआ हमला
यह हमला शाम करीब 7 बजे बोटापाथरी के नागिन पोस्ट पर हुआ जो गुलमर्ग से करीब 15 किलोमीटर दूर है. पूरा इलाका सेना का इलाका है, इस इलाके में कोई भी नागरिक नहीं रहता है, केवल गुज्जर बकरवाल के डोके हैं. जिस इलाके में हमला हुआ, उसका एक हिस्सा पीर पंचाल इलाके से पुंछ से जुड़ा है और दूसरा हिस्सा एलओसी से मिलता है और सीमा पार पाकिस्तान की कोबरा पोस्ट है. संभावना है कि आतंकवादी पुंछ इलाके से आए हों या सीमा पार से घुसपैठ कर आए हों. इस समय पूरे इलाके की घेराबंदी की गई है और घने जंगल वाले इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.


पिछले 8 दिनों में कश्मीर में 4 आतंकवादी हमले 
पिछले 8 दिनों में कश्मीर में 4 आतंकवादी हमले हुए हैं, जिन में दो बड़े हमले हुए, 20 तारीख को आतंकवादियों ने जेड-मोड़ सुरंग के स्टाफ क्वार्टर पर हमला किया, जिसमें 7 कर्मचारी मारे गए और 5 घायल हो गए. हमले की ज़िम्मेदारी  लश्कर-ए-तैयबा के ऑफ़शूट टीआरएफ ने ली थी.


18 तारीख को शोपियां में एक गैर-स्थानीय व्यक्ति मारा गया और कल 24 तारीख को पुलवामा के त्राल इलाके में एक गैर-स्थानीय व्यक्ति घायल हो गया और कल 24 तारीख को शाम को आतंकवादियों ने गुलमर्ग के नागिन पोस्ट पर सेना के वाहन पर हमला किया जिसमें 4 लोग मारे गए और 3 घायल हो गए.


जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में तेजी
आतंकवादी हमलों में अचानक वृद्धि को देखते हुए, वह भी घातक हमले जो पिछले कुछ महीनों में जम्मू के पीर पंजाल क्षेत्र में देखे गए थे, वही पैटर्न अब कश्मीर में हो रहा है. कल राजभवन में एक उच्च स्तरीय एकीकृत कमान की बैठक हुई, जिसमें स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई. बैठक में डीजीपी जम्मू कश्मीर, जीओसी 15क्रॉप्स और कश्मीर में काम कर रहे सुरक्षा और खुफिया के अन्य सभी शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया.


सरकार सुरक्षा के लिए कर रही मीटिंग
एलजी मनोज सिन्हा ने बैठक की अध्यक्षता की और एजेंसियों को उन आतंकवादी हमलों का मुकाबला करने के लिए सभी कदम उठाने का निर्देश दिया और विकास परियोजनाओं की सुरक्षा को उन्नत करने का भी निर्देश दिया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा बलों को निकट समन्वय में काम करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आतंकी ढांचे को नष्ट कर दिया जाए.