मिशन शक्ति अभियान: 24 घंटे के भीतर 23 अभियुक्तों को सुनाई गई आजीवन कारावास की सजा
मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध के मामलों बड़ी कार्रवाई की गई है. 23 अभियुक्तों को पिछले 24 घंटों में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. वहीं 28 अपराधियों को जिला बदर कराया गया है. इसके साथ ही 31 अभियुक्तों को कारावास व जुर्माने की सजा सुनाई गई है.
लखनऊ: मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध के मामलों में 23 अभियुक्तों को पिछले 24 घंटों में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. उत्तर प्रदेश राज्य गृह मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है. महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध के 49 मामलों में अभियुक्तों की जमानतें खारिज करायी गई. वहीं 28 अपराधियों को जिला बदर कराया गया है. इसके साथ ही 31 अभियुक्तों को कारावास व जुर्माने की सजा सुनाई गई है.
यूपी सरकार की ओर से जारी सूचना में कहा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शुरू किये गये मिशन शक्ति अभियान के सकारात्मक परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं. बता दें, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 17 अक्तूबर से शुरू हुए शारदीय नवरात्र से मिशन शक्ति अभियान की शुरुआत की थी.
इसके साथ ही मंगलवार को अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने अभियोजन विभाग की वेबसाइट upprosecution.upsdc.gov.in का शुभारंभ किया. इसके साथ ही यू-ट्यूब चैनल UP Prosecution को लांच किया गया.
कई मामलों में सुनाई गई आजीवन कारावास सजा
अपर पुलिस महानिदेशक अभियोजन आशुतोष पांडेय ने जानकारी दी कि हापुड़ जिले के थाना गढ़मुक्तेशर में अभियुक्त दलपत को नाबालिग पीड़िता के साथ लैंगिक अपराध व दुराचार के अभियोग में आजीवन कारावास से दंडित कराया गया है. फतेहपुर के खागा थाना क्षेत्र के मुकदमे में 15 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. वहीं बदायूं के थाना वजीरगंज क्षेत्र के मुकदमे में तीन अभियुक्तों को पीड़िता के साथ दहेज उत्पीड़न और हत्या करने के मामले में उम्रकैद की सजा दिलवाई गई. बलिया के एक मामले में पॉक्सो एक्ट भी लगा था, जिसमें तीन अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा दी गई है.
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