जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में एनकाउंटर, 5 आतंकी पहुंचे जहन्नुम, अमित शाह ने क्यों बुलाई हाई लेवल मीटिंग?
Encounter In Kulgam: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में सेना और पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में 5 आतंकियों को ढेर कर दिया है. मुठभेड़ में दो जवान भी घायल हुए हैं. गुरुवार सुबह सेना और पुलिस को इलाके में 4-5 आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी. इसके बाद जॉइंट सर्च ऑपरेशन चलाया गया.
J&K Kulgam Encounter: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में गुरुवार को सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है. दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के बेहीबाग गांव में मुठभेड़ में पांच अज्ञात आतंकवादी मारे गए और दो सैन्यकर्मी घायल हो गए हैं. के साथ मुठभेड़ में कम से कम पांच आतंकवादी मारे गए. पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि पुलिस, एसओजी पुलिस सेना राष्ट्रीय राइफल्स और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में “विश्वसनीय इनपुट” मिलने के बाद रात के समय कद्दर गांव में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया.
पांच आतंकवादियों की मौत, दो जवान घायल
उन्होंने बताया कि जैसे ही सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम संदिग्ध स्थान के पास पहुंची, छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई. शुरुआती गोलीबारी के दौरान दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. बाद में, ऑपरेशन के दौरान पांच आतंकवादी मारे गए. अधिकारी ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान और किस समूह से जुड़ें हैं, इसका पता लगाया जा रहा है. इस घटना के बाद से ही इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है.
अमित शाह ने क्यों बुलाई मीटिंग?
उधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 19 दिसंबर को दिल्ली में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. यह बैठक हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद पहली बार आयोजित की गई है. बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना और अर्धसैनिक बलों के शीर्ष अधिकारी, खुफिया एजेंसियों के प्रतिनिधि, जम्मू-कश्मीर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और गृह मंत्रालय के उच्च अधिकारी शामिल हो सकते हैं.
आतंकवाद पर नकेल, अमित शाह की पहली प्राथमिकता?
सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री को बैठक में केंद्र शासित प्रदेश की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी. इससे पहले 16 जून को भी शाह ने हाई लेवल मीटिंग की थी. इसमें उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि आतंकवाद को कुचलें और आतंकियों की मदद करने वालों पर भी सख्ती बरतें. दरअसल, जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं अब भी जारी हैं. 20 अक्टूबर को कश्मीर में हुए एक आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत हुई थी.