पश्चिम बंगाल में कुर्मी समुदायों (Kurmi organisations) के विरोध प्रदर्शन के बाद 225 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. ममता बनर्जी के राज्य में बीते 3 दिनों से विरोध प्रदर्शन जारी है. दक्षिण पूर्व रेलवे (SER official) के एक अधिकारी ने बताया कि विरोध प्रदर्शन की वजह से खड़गपुर-टाटानगर (Kharagpur-Tatanagar) और आद्रा-चंडिल (Adra-Chandil) के महत्वपूर्ण दक्षिण पूर्व रेलवे (South Eastern Railway) खंडों में करीब 64 एक्सप्रेस और यात्री ट्रेनों (Passenger Trains) को रद्द कर दिया गया. 


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कुर्मी समुदायों के लोगों ने रेल नाकाबंदी कर दी जिसके कारण ट्रेन से स्थानीय और लंबी दूरी तय करने वाले यात्रियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. इस समुदाय के लोग लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. कुर्मी समुदायों के लोगों की मांग है कि इन्हें अनुसूचित जनजाति के रूप में मान्यता मिले, सरना धर्म को मान्यता दी जाए और कुर्माली भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल किया जाए.


नाकेबंदी की वजह से रद्द हुई ट्रेनें


दक्षिण पूर्व रेलवे के अधिकारी ने कहा कि पांच अप्रैल को आद्रा भाग के आद्रा-चंडिल खंड में कुस्तौर रेलवे स्टेशन और दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर हिस्से के खड़गपुर-टाटानगर खंड में खेमासुली रेलवे स्टेशन पर समुदाय के लोगों ने रेलवे से संबंधित मुद्दों पर नाकाबंदी शुरू की थी. इसकी वजह से 225 से अधिक ट्रेनों को रद्द करने का फैसला लिया गया है.


खेमासुली, पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले में है और कुस्तौर पुरुलिया जिले में आता है. कुर्मी समुदाय का विरोध प्रदर्शन, पश्चिम मेदिनीपुर, पुरुलिया, दक्षिण दिनाजपुर और झारग्राम समेत राज्य के अलग-अलग जिलों में चल रहे हैं. वर्तमान में कुर्मी समुदाय को को अन्य पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी के रूप में पहचान दी गई है. 


शुक्रवार को रद्द की गई ट्रेनों में हावड़ा-मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस, अहमदाबाद-हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस, हावड़ा-मुंबई गीतांजलि एक्सप्रेस, शालीमार-एलटीटी एक्सप्रेस और हावड़ा-बारबिल-हावड़ा जन शताब्दी एक्सप्रेस शामिल हैं.


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