नई दिल्ली: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक दलित युवक की देवी-देवताओं के पोस्टर फाड़ने के आरोप में कुछ लोगों ने लाठी-डंडों से पिटाई कर दी. लोगों का आरोप है कि दलित युवक ने देवी-देवताओं का पोस्टर फाड़ा है और भगवान का अपमान किया है. पोस्टर फाड़ने का आरोप लगाते हुए लोगों ने युवक से 'जय माता दी' के नारे लगवाए और गालियां भी दी. यह मामला तब सामने आया जब इस घटना से जुड़ा एक वीडियो वाइरल हो गया. इस वायरल वीडियो के बाद पुलिस ने पिटाई करने वाले युवकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 295 ए (किसी भी वर्ग के धार्मिक भावनाओं को अपने धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके, धार्मिक भावनाओं को अपमानित करने का इरादा) और एससी / एसटी अधिनियम और आईटी अधिनियम के तहत पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.


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पुलिस ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए जांच अभियान चलाया जा रहा है. इस घटना के बारे में एसएसपी अनंत देव ने बताया कि यह घटना मुज्जफरनगर के पुखराजी थाने इलाके में हुई. हमने युवक और उसके परिवार वालों की पहचान की है. पुखराजी में रहने वाले चार युवकों ने इस घटना को अंजाम दिया. उन्हें पकड़ने के लिए टीमें भेजी गई हैं.


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आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वाइरल वीडियो में युवक को बेरहमी से पीटा जा रहा है. दलित युवक खुद को छोड़ देने की नाकाम गुहार लगा रहा है. फिर भी लोग उसे डंडे से पीट रहे हैं. युवक ने हेलमेट लगा रखा है. पिटाई के दौरान कई अन्य लोग भी शामिल है. वीडियो में दिख रहा है कि पिटाई करने वाले लोग उसे बार-बार कह रहे हैं, 'तुमने हमारे देवी-देवताओं का अपमान क्यों किया. हमें तुमसे कोई ऐतराज नहीं फिर तुम्हें क्यों हैं.


बताया जा रहा है कि पिटाई का शिकार हुआ युवक विपिन कुमार है. विपिन कुमार नाम इसके पहले भी सहारनपुर हिंसा के दौरान उठे विवाद में आया था. उस समय विपिन ने खुद को भीम आर्मी की युवा विंग का सदस्य बताया था. वह कुछ दिनों पहले ही जेल से छूटकर आया है. विपिन पर आरोप है कि उसने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर दलितों के घर से देवी- देवताओं के पोस्टर और मूर्ति हटा दिए थे.


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इसके बाद विपिन ने दलितों के यहां बाबा भीमराव आंबेडकर और रविदास के पोस्टर चिपकाए थे. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वाइरल वीडियो के बाद हिंदू युवा वाहिनी के सदस्यों ने देवी-देवताओं का अपमान करने पर एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसके बाद विपिन और उसके साथी इस मामले में जेल भेजे गए थे. 


दलित समाज करेगा प्रदर्शन
इस घटना के विरोध में शहीद ऊधम सिंह सेना संगठन ने धमकी दी कि अगर 17 जनवरी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तो वह आंदोलन करेगी. पुलिस क्षेत्राधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि विपिन कुमार को पीटने वाले चार आरोपियों राहुल, धीरज, जोधा और काकू के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. चारों आरोपी फरार हैं. उन्हें पकड़ने के लिए मुहिम छेड़ रखी है.