कोलकाता: अर्थशास्त्र में इस साल का नोबेल पुरस्कार पाने वाले अभिजीत बनर्जी (Abhijit banerjee) मंगलवार (22) अपने घर पहुंचेंगे. इस बात को लेकर उनकी मां निर्मला बनर्जी काफी उत्साहित हैं. वह अभिजीत के पसंद का भोजन बनाने की तैयारी में जुटी हुई हैं. निर्मला देवी ने बताया अभिजीत को घर का खाना बेहद पसंद है, इसलिए घर पर ही उनके लिए भोजन तैयार की जा रही है. उन्हें "पोना मछली, मटन कबाब, मछली की कुछ रेसिपी और खीर बेहद पसंद है. अभिजीत जितने भी दिन कोलकाता स्थित अपने घर पर रहेंगे उन्हें ये सब भोजना परोसा जाएगा.


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निर्मला ने बताया, 'फिलहाल बेटे अभिजीत का इंतज़ार कर रही हूं, वह जो खाना चाहेगा वहीं पकाऊंगी. उसने बताया है कि वह दो दिन घर पर ही रहेंगे.' अभिजीत के जब से घर लौटने की सूचना मिली है तब से पूरे परिवार में खुशी का आलम है.


परिवार और दोस्त उनसे उनके अनुभव सुनने को लालायित हैं. इस भारत दौरे पर अभिजीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर सकते हैं. अभिजीत का जुड़ाव राजनीतिक दलों से किए जाने से मां निर्मला दुखी हैं. उन्होंने कहा अगर भारत सरकार अभिजीत को देश की खातिर कोई काम सौंपेगी तो वह उसे करने से मना नहीं करेगा. वह किसी भी पार्टी या दल से नहीं जुड़ा है.


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कांग्रेस जहां अभिजीत बनर्जी (Abhijit banerjee) की तारीफ करते नहीं थक रही है, वहीं बीजेपी के नेता लगातार अभिजीत बनर्जी (Abhijit banerjee) के विचारों की मुखालफत कर रहे हैं. केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने शुक्रवार को कहा, 'अभिजीत बनर्जी (Abhijit banerjee) को नोबल पुरस्कार मिले हैं उनको बधाई देता हूं, लेकिन उनकी समझ के बारे में तो आप सब जानते हैं. उनकी जो सोच है वह पूरी तरह से वामपंथ विचारधारा से प्रेरित है. उन्होंने 'न्याय' का बड़ा गुणगान गाए थे, भारत की जनता ने पूरी तरह से से उनकी सोच को नकार दिया है.'


यहां आपको बता दें कि अभिजीत बनर्जी (Abhijit banerjee) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बधाई दे चुके हैं. हालांकि अभिजीत ने नोबल मिलने की घोषणा के तत्काल बाद कहा था कि भारत की अर्थव्यवस्था बेहद खराब दौर से गुजर रही है. अगर तत्काल इसे संभाला नहीं गया तो इसके बेहद बूरे परिणाम होंगे.


उधर, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले अभिजीत बनर्जी (Abhijit banerjee), एस्थर डुफ्लो और माइकल क्रेमर को बधाई दी. मुंबई में 1961 में जन्मे बनर्जी ने हवार्ड विश्वविद्यालय से पीचएडी की उपाधि हासिल की और वह मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं. बनर्जी को बधाई देते हुए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बयान में कहा, 'शानदार उपलब्धि से अपने मूल देश को गौरवान्वित करने वाले प्रोफेसर बनर्जी और उनके साथ काम करने वाले सहयोगियों ने वैश्विक दरिद्रता हटाने के लिए प्रायोगिक रुख अपनाया, जिससे भारत समेत वैश्विक स्तर पर लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद मिली.' सोनिया गांधी ने कहा कि बनर्जी को नोबेल मिलने से हर भारतीय को खुशी हुई है.