Caste Census Bihar: कांग्रेस के जाति कार्ड की काट BJP ने की तैयार! `मिशन 2024` के लिए बनाया ये प्लान
Lok Sabha Election 2024: 2024 में लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने की तैयारियों में जुटी BJP, विपक्षी गठबंधन के मंडल पार्ट-2 की राजनीति को मात देने के लिए नए सिरे से कमंडल पार्ट-2 की राजनीति को भी शुरू कर सकती है.
BJP Hindu Voters: नीतीश कुमार और लालू यादव की गठबंधन सरकार ने बिहार में जाति सर्वे के आंकड़ों को जारी कर एक बड़ा चुनावी दांव खेल दिया है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी उत्तर प्रदेश में यही मांग कर रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने जातीय जनगणना की पुरजोर मांग करते हुए 'जितनी आबादी, उतना हक' का नारा देकर यह साफ कर दिया कि विपक्षी गठबंधन इसे एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने जा रहा है.
इसे देश में मंडल पार्ट-2 की राजनीति के नए दौर के रूप में भी देखा जा रहा है. 2024 में लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीतने की तैयारियों में जुटी BJP, विपक्षी गठबंधन के मंडल पार्ट-2 की राजनीति को मात देने के लिए नए सिरे से कमंडल पार्ट-2 की राजनीति को भी शुरू कर सकती है.
हिंदू वोटर्स को एकजुट करने में जुटी बीजेपी
BJP विपक्षी दलों को हराने के लिए हिंदू वोटरों को एकजुट करने के मिशन में जुट गई है. BJP के दो शीर्ष नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस रणनीति पर काम करना शुरू भी कर दिया है और आने वाले दिनों में BJP इसे लेकर कई अहम कदम भी उठा सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर यह आरोप लगाया कि कांग्रेस हिंदुओं को बांटने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नया राग अलापना शुरू किया है- जितनी आबादी, उतना हक. इससे साफ है कि वो देशवासियों में आपसी खाई और बैर-भाव बढ़ाना चाहती है. सच्चाई ये है कि अगर हक की बात करनी ही है, तो वे कहेंगे कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक भारत के गरीबों का है. मोदी के लिए गरीब सबसे बड़ी आबादी है. दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ बैठक कर राज्य में लागू किए जाने वाले यूसीसी (समान नागरिक संहिता) को लेकर चर्चा की.
धामी और शाह की बैठक में क्या हुआ?
बताया जा रहा है कि शाह और धामी की बैठक के दौरान उत्तराखंड सरकार की ओर से यूसीसी को लेकर गठित की गई विशेषज्ञों की समिति की अध्यक्ष रंजना देसाई और समिति के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे. सूत्रों की माने तो बैठक में इस साल के अंत तक राज्य में यूसीसी लागू करने और इससे जुड़े विभिन्न प्रावधानों पर विस्तार से चर्चा की गई. दरअसल, BJP यूसीसी को लेकर उत्तराखंड को एक उदाहरण के रूप से टेस्ट केस बनाना चाहती है और फिर इससे मिले अनुभवों के आधार पर बीजेपी शासित अन्य राज्य भी आगे बढ़ेंगे.
BJP को यह लगता है कि विपक्षी दल अल्पसंख्यक समुदाय की बात कहते हुए यूसीसी का जितना विरोध करेंगे, देश भर में हिंदू वोटर उतने ही एकजुट होंगे. BJP के पास तीसरा सबसे बड़ा मुद्दा या यूं कहें कि उपलब्धि अयोध्या में बन रहा भगवान राम का भव्य मंदिर है. इस मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले वर्ष जनवरी 2024 में कर सकते हैं. लेकिन, BJP इस मंदिर को लेकर देशभर के कई शहरों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करने की भी योजना बना रही है.
(इनपुट-एजेंसियां)