Andhra Pradesh Tirupati Temple Controversy: आंध्र प्रदेश के तिरुपति तिरुमाला मंदिर के प्रसाद में दिए जाने वाले लड्डू में 'चर्बी' मिलाए जाने का मामला तूल पकड़ गया है. इसे लेकर देश भर के हिंदुओं में गुस्से के साथ हैरानी का भाव है. हर कोई यह कह रहा है कि ऐसा कैसे हो सकता है. लोग इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इस घटना के बाद अब देश के बाकी हिस्सों में दिए जाने वाले प्रसाद को शुद्ध बनाने की पहल शुरू हो गई है. 


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केवल नंदिनी घी से बनाया जाएगा प्रसाद


कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने फैसला किया है कि राज्य के प्रमुख मंदिरों में बनने वाला प्रसाद अब केवल नंदिनी घी से ही बनाया जाएगा. यह गुजरात के अमूल की तरह कर्नाटक के सहकारी दुग्ध संगठन की ओर से बनाया जाने वाला घी है, जिसे वहां नंदिनी घी के नाम से बेचा जाता है. कर्नाटक सरकार का यह आदेश तिरुपति के प्रसाद में हो रही मिलावट के बाद सामने आया है. 


मंदिरों के प्रसाद की जांचेंगे गुणवत्ता- कर्नाटक सरकार


कर्नाटक के धर्मार्थ मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा, हम राज्य के प्रमुख मंदिरों में बांटे जाने वाले प्रसाद की गुणवत्ता की जांच करेंगे. इसके साथ ही अब से कर्नाटक के सभी प्रमुख मंदिरों में बनने वाले प्रसाद में अब केवल नंदिनी घी का ही इस्तेमाल किया जा सकेगा. इस बारे में सरकार की ओर से एक- दो दिनों में सर्कुलर जारी कर दिया जाएगा. 


तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसाद में चर्बी मिलाने का दावा


बताते चलें कि आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति मंदिर में दिए जाने वाले लड्डू प्रसाद में मिलावट का आरोप लगाया है. उन्होंने गुजरात की एक लैब की रिपोर्ट पेश करके दावा किया कि जगन मोहन रेड्डी की सरकार के दौरान तिरुपति के प्रसाद को बनाने में चर्बी से बने घी का इस्तेमाल किया जाता था. इस घी को खरीदने का ठेका एक प्राइवेट कंपनी को दिया गया था.