Agneepath Protest in Bihar: केंद्र की अग्निपथ योजना को लेकर पूरे देश में जारी विरोध प्रदर्शन और हिंसक घटनाओं को लेकर सुरक्षा तंत्र अलर्ट पर है. हिंसा की सबसे ज्यादा घटनाएं बिहार में देखने को मिली हैं. इस बीच भाजपा और जेडीयू में तल्खी भी देखने को मिली है. भाजपा ने जेडीयू पर प्रशासन की अनदेखी के आरोप लगाए हैं. वहीं जेडीयू ने भाजपा को अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं के मन में उठ रहे सवालों का जवाब देने को कहा है. प्रदर्शन और हिंसक घटनाओं को लेकर दोनों ही दल के नेताओं ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं.


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भाजपा का जेडीयू पर बड़ा आरोप


अग्निपथ सेना भर्ती योजना पर बिहार में जारी प्रदर्शन और हिंसक घटनाओं को लेकर राज्य में भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने जेडीयू पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि विरोध करने में कुछ भी गलत नहीं है. लेकिन प्रशासन के इशारे पर लोगों को निशाना बनाना. पुलिस के साथ एक विशेष पार्टी के कार्यालयों को दर्शकों के रूप में कार्य करना गलत है. जो भारत में नहीं हो रहा वह बिहार में हो रहा है. मैं इसका विरोध करता हूं.



जेडीयू ने भाजपा पर किया पलटवार


संजय जायसवाल के बयान के बाद बिहार के जेडीयू अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भाजपा पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना पर संदेह दूर करने के बजाय भाजपा प्रशासन पर आरोप लगा रही है. नीतीश कुमार प्रशासन को संभालने में सक्षम हैं. भाजपा के संजय जायसवाल से सबक की जरूरत नहीं. भाजपा शासित राज्यों में हिंसा के खिलाफ पार्टी (भाजपा) क्यों कुछ नहीं कर पा रही? इस तरह की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि वह (भाजपा) स्थिर नहीं हैं.


राजीव रंजन सिंह ने साधा निशाना


इससे  पहले भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने केंद्र द्वारा घोषित नई सैन्य भर्ती नीति अग्निपथ का विरोध किया था. पार्टी ने कहा था कि नई नीति ने न केवल बिहार में बल्कि पूरे देश में युवाओं के मन में उनके भविष्य को लेकर भय और अनिश्चितता की भावना पैदा की है. जेडीयू अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने 'अग्निपथ' योजना के संबंध में अपनी पार्टी की चिंताओं को व्यक्त ट्वीट किया था कि अग्निपथ योजना शुरू करने के फैसले से बिहार समेत देश के युवाओं और छात्रों के मन में असंतोष, निराशा और अंधकारमय भविष्य (बेरोजगारी) की भावना साफ नजर आ रही है.



'योजना देश के लिए खतरनाक'


'अग्निपथ' योजना के खिलाफ पिछले कुछ दिनों में बिहार में व्यापक हिंसा की पृष्ठभूमि में, बिहार में भाजपा के प्रमुख गठबंधन सहयोगी ने केंद्र से योजना शुरू करने के निर्णय की समीक्षा करने की मांग की है. राजीव रंजन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को तुरंत अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार करना चाहिए क्योंकि यह निर्णय देश की रक्षा और सुरक्षा से भी संबंधित है. इसी तरह, बिहार में भाजपा के गठबंधन सहयोगी में से एक, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) ने भी केंद्र से इस योजना को 'देश के लिए खतरनाक' करार देते हुए इसे वापस लेने की मांग की है.


जीतन राम मांझी ने भी किया अग्निपथ का विरोध


बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा कि अग्निपथ योजना देश के लिए और युवाओं के लिए भी खतरनाक है. इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए. हम प्रधानमंत्री से अग्निपथ योजना को तुरंत वापस लेने और पुरानी सेना भर्ती प्रणाली को बहाल करने का अनुरोध करते हैं.


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