Mig-29 Crash: भारतीय एयरफोर्स का मिग-29 विमान सोमवार को तकनीकी खराबी आने के कारण आगरा में क्रैश हो गया. गनीमत यही कि सही वक्त पर पायलट ने प्लेन से कूदकर जान बचाई. हादसे के बाद मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इस विमान ने पंजाब के आदमपुर से उड़ान भरी थी और यह एक एक्सरसाइज के लिए आगरा जा रहा था. लेकिन तभी यह हादसा हो गया.


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लेकिन प्लेन में आई खराबी के बीच उसे आबादी वाले इलाके में क्रैश होने से बचाना भी पायलट के लिए एक चुनौती थी. फाइटर जेट पूरी तरह पायलट के कंट्रोल से बाहर हो गया था. अब बस चंद ही सेकंड थे. खुद को बचाने और फाइटर जेट को आबादी वाली जगह से दूर ले जाने के लिए. तुरंत फैसला लेने का वक्त था. दिल और दिमाग पर खुद की जान बचाने से ज्यादा, फाइटर प्लेन को आबादी वाली जगह से दूर ले जाने का जूनून.



पायलट ने दिखाई गजब की जांबाजी


बस फिर क्या था, एयरफोर्स के बेहतरीन विंग कमांडर एम मिश्रा ने जांबाजी का वो उदाहरण पेश किया, जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है.


दरअसल एयरफोर्स का फाइटर जेट मिग-29 थाना कागारौल के बघा सोनिगा गांव में क्रैश होकर गिर पड़ा. फाइटर जेट गिरते ही आग के शोलों में तब्दील हो गया. इधर फाइटर जेट उड़ा रहे विंग कमांडर एम मिश्रा भी सही वक्त पर जेट से कूदकर पैराशूट की मदद से बाहर जंप कर चुके थे. 


आबादी वाली जगह से प्लेन को ले गए दूर


मगर जंप करने से पहले विंग कमांडर एम मिश्रा ने जेट को आबादी वाली जगह से दूर ले जा्ने में कामयाबी हासिल कर ली थी. जिस जगह पर जेट क्रैश हुआ था, उससे महज 200 मीटर की दूरी पर आबादी थी. लोगों की रूह ये सोच कर कांप रही थी कि अगर जेट आबादी वाली जगह पर गिरा होता तो ना जाने कितनों की मौत हो जाती. 


विंग कमांडर एम मिश्रा की सूझ बूझ के चलते ना सिर्फ उनकी बल्कि सैकड़ों लोगों के सिर से मौत का साया टल गया. मौके पर पहुंचे एयरफोर्स के अधिकारी विंग कमांडर एम मिश्रा को फौरन की इलाज के लिए ले गए. इससे पूर्व ग्रामीणों ने विंग कमांडर को पानी पिलाया और लोगों की जान बचाने के लिए उनको धन्यवाद भी कहा.