हिंडनः वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने रविवार को कहा कि तवांग में एमआई-17 हेलीकॉप्टर की दुर्घटना उसके टेल रोटर के अलग हो जाने की वजह से हुई हो सकती है जिसमें सात सैनिक मारे गये. तवांग के पास पिछले शुक्रवार को एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और आग लग गयी थी. दुर्घटना में दो पायलट समेत वायु सेना के पांच जवान और थलसेना के दो कर्मी मारे गये.


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वायु सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘प्रथमदृष्टया लगता है कि हेलीकॉप्टर का टेल रोटर अलग हो गया था. मेरे लिए यह बताना उचित नहीं होगा कि यह क्यों अलग हो गया क्योंकि दुर्घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दे दिया गया है.’’ उन्होंने दुर्घटना में मारे गये सात सैन्य कर्मियों को श्रद्धांजलि भी दी. धनोआ ने कहा कि विमान के इंजन में कोई तकनीकी समस्या नहीं है क्योंकि एमआई 17 वी5 का बेड़ा अब भी उड़ान भर रहा है.


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उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मशीन में कोई समस्या नहीं है क्योंकि हेलीकॉप्टर आज भी उड़ान भर रहा है.’’ वह वायु सेना दिवस के मौके पर आयोजित एक समारोह से इतर संवाददाताओं से बात कर रहे थे. रूस द्वारा निर्मित हेलीकॉप्टर भारत-चीन सीमा के पास पर्वतीय क्षेत्र में भारतीय सेना की अग्रिम चौकी पर आपूर्ति करता है. इससे पहले वायु सेना की पुस्तिका में एक संदेश में एयर चीफ मार्शल ने लिखा कि वायु सेना की संपत्तियां दुर्लभ और महंगी हैं और किसी ‘लापरवाही, अनभिज्ञता या गैर-पेशेवर तरीकों की वजह से’ उन्हें खोने नहीं दिया जा सकता.