Ajit Pawar On Nawab Malik: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने नवाब मलिक को लेकर अपने सहयोगी देवेंद्र फडणवीस के खुले खत पर चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मामले को शांत कराने के लिए हस्तक्षेप किया है. दरअसल, फडणवीस ने इस महीने की शुरुआत में पवार को पत्र लिखकर कहा था कि भारतीय जनता पार्टी पूर्व मंत्री नवाब मलिक को उनके नेतृत्व वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के गुट में शामिल करने का विरोध कर रही है.


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ये मेरा प्रेम पत्र पढ़कर...


पवार ने सदन का सत्र समाप्त होने के बाद कल मीडिया से बातचीत के दौरान पत्र के बारे में पूछे जाने पर कहा, 'मुझे पत्र मिला. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हस्तक्षेप किया और मुझसे कहा कि किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है.' इसी दौरान उन्होंने एक प्रसिद्ध फिल्मी गीत की लाइन दोहराते हुए मजाकिया अंदाज में कहा, ‘ये मेरा प्रेम पत्र पढ़कर, कोई नाराज न होना.’


फडणवीस ने अपने कैबिनेट सहयोगी अजित पवार को पत्र लिखकर NCP के विधायक मलिक को राज्य की सत्तारूढ़ ‘महायुति’ में शामिल करने को लेकर विरोध जताया है. भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED ने मलिक को फरवरी 2022 में गिरफ्तार किया था. अभी वह चिकित्सकीय आधार पर जमानत पर बाहर हैं. मलिक ने कुछ दिन पहले महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में हिस्सा लिया था. विधानसभा में वह अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट के एक विधायक के पास बैठे थे. 


फडणवीस ने कहा है कि मलिक से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है, लेकिन वह गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं. कुछ मुद्दों पर समर्थन नहीं किया जा सकता.’ एक भाजपा नेता ने कहा, ‘लेकिन, फडणवीस ने कहा है कि अगर मलिक आरोपों से बरी हो जाते हैं तो उन्हें महायुति में शामिल करने में कोई समस्या नहीं है.’