Akhilesh Yadav Interview: समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में अपने जीवन और राजनीति के कई अनछुए पहलुओं पर खुलकर चर्चा की. उन्होंने पारिवारिक विवादों, इंटरकास्ट मैरिज, बच्चों की राजनीति में भागीदारी, और अपने राजनीतिक सफर की कहानी साझा की. पॉडकास्ट में उन्होंने बताया कि कैसे उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने राजनीति में उनके कदम से लेकर 2017 के विधानसभा चुनाव तक कई महत्वपूर्ण फैसले लिए.


इंटरकास्ट मैरिज और अमर सिंह की भूमिका


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अखिलेश यादव ने अपनी शादी को लेकर दिलचस्प किस्सा साझा किया. उन्होंने बताया कि उनकी शादी डिंपल यादव से इंटरकास्ट मैरिज थी, जिसे उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने अमर सिंह और जनेश्वर मिश्र के समझाने के बाद स्वीकार किया. उन्होंने कहा, "अगर अमर सिंह अंकल और जनेश्वर मिश्र जी नहीं होते, तो यह शादी संभव नहीं हो पाती." अखिलेश ने अपनी दादी का भी जिक्र किया, जिन्होंने उनके पिता से शादी की बात शुरू की थी.


पारिवारिक विवादों पर चर्चा


इंटरव्यू में पारिवारिक विवादों के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान पिता और चाचा शिवपाल यादव के साथ हुए मतभेदों ने उन्हें आहत किया. हालांकि अब उन्होंने परिवार के साथ आगे बढ़ने का फैसला कर लिया है. उन्होंने कहा, "नेताजी के कुछ बयान उस समय दुखदाई थे लेकिन अब हम सब बड़े लक्ष्यों के लिए साथ हैं." उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी घटनाएं अब नहीं दोहराई जाएंगी. अखिलेश तब की बात कर रहे थे जब मुलायम सिंह यादव शिवपाल के पक्ष में खुलकर बोलते थे.


राजनीति में प्रवेश और बच्चों की भागीदारी


अखिलेश ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि शादी के बाद ही उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहा गया था. उन्होंने कहा, "जनेश्वर मिश्र जी ने मुझे चुनाव में उतरने के लिए प्रेरित किया." अपने बच्चों के बारे में उन्होंने कहा कि वे उन्हें राजनीति से अवगत कराना चाहते हैं. "मेरी बेटी अदिति गांव-गांव जाकर राजनीति को समझ रही है. आने वाली पीढ़ी को राजनीति की गहराई समझनी चाहिए."


योगी सरकार पर निशाना साधने से नहीं चूके


अखिलेश यादव ने 2012-2017 के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने राज्य को बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर दिया. वहीं, उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कानून व्यवस्था बदतर हो गई है. "बीजेपी की सरकार में एनकाउंटर के नाम पर कानून का मजाक बनाया जा रहा है. स्थायी डीजीपी तक नियुक्त नहीं हो पाई है."


कांग्रेस और गठबंधन की राजनीति पर विचार


अखिलेश ने कांग्रेस के साथ सपा के रिश्तों पर भी अपनी राय दी. उन्होंने कहा कि बीजेपी को हटाने के लिए INDIA गठबंधन को एकजुट होना पड़ेगा. यूपी से बाहर सीट न मिलने पर उन्होंने कहा कि बड़े लक्ष्य के लिए कई बार समझौते करने पड़ते हैं. उम्मीद है कि कांग्रेस इस बात को समझेगी.


नेताजी और योगी सरकार का किस्सा


अखिलेश ने नेताजी के मुख्यमंत्री आवास को लेकर भी एक रोचक किस्सा साझा किया. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नेताजी अपना घर छोड़ने को तैयार नहीं थे. हमने कई बार सरकार से अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने हमारे आग्रह को ठुकरा दिया. उन्होंने बताया कि योगी आदित्यनाथ अकसर नेताजी से मिलने आते थे, लेकिन बीजेपी उनके इन मुलाकातों को गलत ढंग से पेश करती है.


राजनीति में व्यक्तिगत अनुभव
अखिलेश ने कहा कि राजनीति में कुछ घटनाएं उन्हें कभी नहीं भूलतीं. मुख्यमंत्री आवास खाली करने के बाद जो अफवाहें फैलाई गईं, वह गलत थीं. कुछ आईएएस और पत्रकारों ने उस समय जो भूमिका निभाई, उसे मैं कभी भूल नहीं सकता.