Bahraich Encounter: उत्तर प्रदेश में बहराइच हिंसा के आरोपी सरफराज और तालिब गुरुवार को पुलिस एनकांउटर में गोली लगने से घायल हो गए. उन पर बहराइच में मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने का आरोप था. इसी बीच इस एनकाउंटर पर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है. यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सरकार अपने नाकामी छिपाने के लिए ऐसे एनकाउंटर कर रही है. यह सरकार का नया तरीका है कि एनकाउंटर करके डराया जाए. अखिलेश ने यह भी कहा कि ये एनकाउंटर नहीं है, सिर्फ नाकामी छिपाई जा रही है. 


'लेकिन सवाल वही खड़ा है...'


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हालांकि अखिलेश ने रामगोपाल की मौत पर कहा कि जो घटना हुई वह दुखद हुई लेकिन सवाल वही खड़ा हो जाता है कि सरकार के स्तर पर कोई भेदभाव ना हो. अखिलेश ने तो यह तक कह दिया कि यह घटना हुई नहीं है बल्कि कराई गई है. यह घटना रोकी जा सकती थी. सरकार चाहती तो यह घटना रुक सकती थी. अखिलेश ने यह भी कहा कि प्रदेश की पुलिस को बिगाड़ दिया गया है. पुलिस का तरीका जो हो गया है वह बिगड़ गई है. जब भी जांच होगी तो तमाम पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि पुलिस के पूर्व डीजीपी तक कह चुके हैं कि ये एनकाउंटर नहीं बल्कि हत्याएं हैं. 


क्या बोले ओवैसी.. 


इस एनकाउंटर पर ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'बहराइच हिंसा के आरोपियों का पुलिस से “एनकाउंटर” का सच जानना मुश्किल नहीं है. योगी की “ठोक देंगे” नीति के बारे में सब जानते हैं. अगर पुलिस के पास इतना सबूत होता तो आरोपियों को क़ानूनी सज़ा दिलाने की कोशिश होती.'


इसमें दो को गोली लगी है..


फिलहाल बहराइच हिंसा मामले में कुल पांच आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है, इसमें दो को गोली लगी है. बताया गया कि आरोपी कथित तौर पर नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे, जिसकी सीमा उत्तर प्रदेश के बहराइच से लगती है. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश ने जी न्यूज से बातचीत में बताया कि पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.


CM योगी पहले ही कह चुके थे..


वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके थे कि बहराइच हिंसा में संलिप्त आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने हिंसा में जान गंवाने वाले रामगोपाल मिश्रा के परिजनों से मिलकर आश्वासन दिया था. इसके अलावा, रामगोपाल के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान सरकार की तरफ से किया गया. परिजनों ने मुख्यमंत्री को बताया कि जब तक रामगोपाल को मौत के घाट उतारने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है, तब तक उनका रोष थमने वाला नहीं है.