नई दिल्ली: दिल्ली में नागरिकता कानून को लेकर रविवार को प्रदर्शन हिंसक हो गया. 3 बसों को आग लगाई गई. बाद में जामिया के छात्रों के समर्थन में जेएनयू के छात्र आ गए हैं और दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों के हिंसक प्रदर्शन के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को बंद कर दिया गया है. सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. 


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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के रजिस्टार अब्दुल हामिद ने फैसले की जानकारी देते हुए बताया, "वर्तमान हालात को ध्यान में रखते हुए, हमने शीतकालीन सत्र की छुट्टियां घोषित कर दी हैं. यूनिवर्सिटी 5 जनवरी को फिर से खुलेगी. परीक्षाएं भी इसके बाद ही आयोजित की जाएंगी." उन्होंने यूनिवर्सिटी में फैले तनाव के बारे में कहा, "कैंपस में स्थिति तनावपूर्ण हैं. कुछ छात्र और असामाजिक तत्व आए, पत्थरबाजी की. इसलिए हमने पुलिस से स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए एक्शन लेने को कहा है."


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दिल्ली पुलिस ने कहा - कोई फायरिंग नहीं की
दिल्ली साउथ-ईस्ट के डीसीपी चिन्मय विस्वल का कहना है कि दिल्ली पुलिस ने कोई फायरिंग नहीं की. न ही पुलिस जामिया यूनिवर्सिटी के अंदर गई. सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जा रही है. इससे पहले, दिल्ली में नागरिकता क़ानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए. दिल्ली के जामिया नगर, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, मथुरा रोड, भरत नगर में आगजनी हुएई. विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने 3 बसों में आग लगा दी. शाहीन बाग में भी कानून के विरोध में हिंसा हुई. प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. हिंसक प्रदर्शन में 28 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.