Weather Update 25 July: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को अगले 2 दिनों के दौरान गुजरात, राजस्थान और इससे सटे मध्य प्रदेश में तेज बारिश जारी रहने और तीसरे दिन से धीरे-धीरे कम होने का अनुमान जताया है. 27 जुलाई के बाद से भारत के उत्तरी हिस्सों में बारिश की गतिविधि में बढ़ोतरी का पूर्वानुमान जताया है. IMD ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा कि मॉनसून ट्रफ के उत्तर की ओर शिफ्ट होने की भविष्यवाणी की गई है, जिसके कारण देश के उत्तरी हिस्सों में बारिश की गतिविधि में वृद्धि होगी. दरअसल मॉनसून ट्रफ के शिफ्ट होने के कारण, एक कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और इसके आस-पास बना हुआ है और संबंधित चक्रवाती परिसंचरण फैल जाएगा.


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पिछले 24 घंटों में पश्चिमी मध्य प्रदेश में छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई है. छत्तीसगढ़ में, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, कोंकण और हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई. पश्चिम राजस्थान, ओडिशा, तमिलनाडु, पूर्वी मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, कर्नाटक के दक्षिणी अंदरूनी हिस्सों, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और पंजाब में अलग-अलग स्थानों पर भी बहुत भारी वर्षा हुई.


उत्तराखंड में दो दिन तक मूसलाधार बारिश, भूस्खलन का अलर्ट


उत्तराखंड में जुलाई महीने में बारिश से राहत मिलने के आसार कम ही हैं. यहां 27 जुलाई तक कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भूस्खलन की घटनाएं बढ़ने से चारधाम यात्रा प्रभावित हो रही है. मौसम विभाग ने दो दिनों तक फिलहाल राज्य के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. देहरादून, उत्तरकाशी, बागेश्वर में आज कहीं कहीं भारी बारिश का अनुमान है. आज गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंजलों में बारिश की संभावना है. वहीं मंगलवार यानी 26 जुलाई को भी बारिश मुश्किलें बढ़ाएगी. इस दौरान नैनीताल, चम्पावत, ऊधमसिंहनगर में कहीं कहीं भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा.  


दिल्ली को मौसम का हाल


भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दिल्ली में सोमवार को आमतौर पर बादल छाये रहेंगे और हल्की बारिश एवं गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. शनिवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 25.5 डिग्री सेल्सियस, जबकि अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.


मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट


मौसम विभाग ने रविवार को मध्यप्रदेश के 52 जिलों में से आठ जिलों में मूसलाधार बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि 16 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने इसकी जानकारी दी. पिछले 24 घंटों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश दर्ज की गई, जिससे नर्मदा, पार्वती बेतवा एवं अन्य नदियों पर बनाये गये 52 प्रमुख बांधों में से 14 बांधों के कुछ गेट खोल कर पानी छोड़ा जा रहा है और नदी के आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षा हेतु सतर्क कर दिया गया है. 


इसके अलावा, मौसम विभाग ने प्रदेश के 16 जिलों बैतूल, नर्मदापुरम, हरदा, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, शिवपुरी, श्योपुर, नीमच, मंदसौर, खंडवा, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट एवं नरसिंहपुर जिलों में इस दौरान कहीं-कहीं पर अधिक से बहुत अधिक वर्षा की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने इस दौरान प्रदेश के रीवा, सागर, जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम, चंबल एवं ग्वालियर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं पर गरज के साथ बिजली चमकने एवं वरसात होने की भी संभावना का यलो अलर्ट भी जारी किया है. 


छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में भारी बारिश


रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिन से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति के बीच सीएम भूपेश बघेल ने अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिये. एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण बस्तर का बीजापुर कई छोटी नदियों और जलाश्यों में बाढ़ का पानी भर जाने से प्रभावित है और इस कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. 


राजस्‍थान में बारिश का दौर जारी सक्रिय रहेगा मानसून


राजस्‍थान में मानसून की बारिश का दौर जारी है और बीते 24 घंटे में कई जगह भारी से अति भारी बारिश हुई. मॉसम विभाग ने यह जानकारी दी. इस दौरान सबसे अधिक बारिश सवाई माधोपुर के ढील बांध में 176 मिलीमीटर दर्ज की गई. राजधानी जयपुर में कई दिन से बादल लगने का दौर जारी है. मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, राज्य के अधिकांश भाग में अगले तीन-चार दिन बारिश की गतिविधियां जारी रहने और मानसून के सक्रिय रहने की प्रबल संभावना है.


मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने कहा कि राज्य में इस बार मानसून ने 30 जून को दस्तक दी थी और बारिश का दौर अभी जारी रहेगा. जानकारों के अनुसार, बारिश से भले ही शहरी इलाकों में लोगों को कई बार परेशानी हो रही हो, लेकिन किसानों के लिए यह वरदान साबित हो सकती है जहां सावणी यानी सावन के बाद बोई जाने वाली खरीफ फसलों की गतिविधियां जोर पकड़ेगी.



(एजेंसी इनपुट के साथ)


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