नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वीजा (ई-वीजा) पर्यटन क्षेत्र के लिए पासा पलटने वाला बना हुआ है तथा 2017 में भारत में 16.9 लाख पर्यटक इस यात्रा दस्तावेज के आधार पर भारत आए जो उसके पिछले साल के विदेशी पर्यटकों से 57 फीसद से अधिक है. उन्होंने इंडिया गेट परिसर में 12 दिवसीय ‘पर्यटन पर्व’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत सांस्कृतिक विविधता से परिपूर्ण है लेकिन अखंडनीय है.


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उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति बहुत समृद्ध है. उसकी समृद्ध सभ्यता की दुनियाभर में चर्चा होती है. यह एक मात्र ऐसा देश है जहां सभी धर्मों के अनुयायी मिलते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यहां ढेरों भाषाएं, बोलियां और परिधान हैं. यह विविधता से भरा देश है. फिर भी यह अतुल्य और अखंडनीय है.’’ 


 



 


सिंह ने कहा कि ई वीजा पर्यटन क्षेत्र के लिए पासा पलटने के लिए बना हुआ है और यह अब 166 देशों के नागरिकों के लिए उपलब्ध है एवं उन्हें कारोबार एवं इलाज के लिए आने की अनुमति प्रदान करता है. उन्होंने कहा, ‘‘2017 के दौरान 16.9 लाख विदेशी पर्यटक ईवीजा पर आए जबकि वर्ष 2016 में 10.8 लाख विदेशी पर्यटक आए थे. यह 57.2 फीसद की वृद्धि है.’’ ‘पर्यटन पर्व’ का आयोजन देश भर में पर्यटन केंद्रों को बढ़ावा देने के लिए, खासकर घरेलू पर्यटकों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हो रहा है.


 



 


कार्यक्रम का आयोजन पर्यटन मंत्रालय कर रहा है जिसका उद्देश्य पर्यटन के फायदे पर ध्यान केंद्रित करना, देश की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाना और ‘‘सबके लिए पर्यटन’’ के सिद्धांत को मजबूत करना है. सिंह ने कहा, ‘‘देश परम्परा और रिवाजों से पूर्ण है. इसे पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित किया जा रहा है. सरकार जीडीपी में पर्यटन की भागीदारी को सात फीसदी से बढ़ाकर दस फीसदी करने का प्रयास कर रही है.’’ 


इस अवसर पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री के जे अल्फोंस ने कहा कि पर्यटन उद्योग में देश की सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हो रही है. मंत्रालय के मुताबिक ‘पर्यटन पर्व’ में तीन मुख्य घटक हैं -- ‘देखो अपना देश’, ‘पर्यटन सबके लिए’ और ‘पर्यटन तथा प्रशासन’.


(इनपुट-भाषा)