नई दिल्लीः जिन लोगों ने इंडिया गेट देखा है, उन्होंने अमर जवान ज्योति की मशाल भी देखी होगी और इस मशाल को देख कर अपने शहीद सैनिकों को नमन भी किया होगा. लेकिन गुरुवार (20 जनवरी 2022) को इंडिया गेट पर इस अमर जवान ज्योति की आख़िरी रात थी. 21 जनवरी को एक विशेष कार्यक्रम के दौरान अमर जवान ज्योति को इंडिया गेट के पास National War Memorial की मशाल में ही मिला दिया जाएगा.


शहीदों की याद में कई दशकों से जल रही ये 'लौ'


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यानी शहीदों की याद में कई दशकों से जल रही ये 'लौ' अब National War Memorial की मशाल में प्रज्ज्वलित होगी. 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस समारोह पर जब तक राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और तीनों सेनाओं के प्रमुख अमर जवान ज्योति पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि नहीं देते, तब तक गणतंत्र दिवस के समारोह की शुरुआत नहीं होती. लेकिन इस बार प्रधानमंत्री मोदी शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए National War Memorial जाएंगे.


26 जनवरी 1972 को हुई थी शुरुआत


अमर जवान ज्योति को 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के सम्मान में प्रज्ज्वलित किया गया था. इसकी शुरुआत 26 जनवरी 1972 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने की थी.


नया पता National War Memorial


अमर जवान ज्योति को अभी जिस काले रंग के संगमरमर के स्टैंड पर रखा गया है, उस पर सुनहरे अक्षरों में अमर जवान ज्योति लिखा हुआ है. इसके अलावा इसकी मशाल के साथ ही एक Self Loading Rifle भी उलटी खड़ी हुई है, जो शहीद जवानों के प्रति देश के शोक को दर्शाती है. साथ ही राइफल के ऊपर एक हेलमेट भी है, जो शहीद सैनिकों का प्रतीक है. लेकिन, अब.. जब आप इंडिया गेट जाएंगे, तब आपको वहां अमर जवान ज्योति नहीं दिखाई देगी. अब इसका स्थान, इसका नया पता होगा, National War Memorial.


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