Sidhu Rally Punjab Chunav 2024: पंजाब कांग्रेस के दिग्गज नेता नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर चर्चा में हैं. कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने उन्हें इशारों में नसीहत दी है. हां, उन्होंने कहा है कि पार्टी के कार्यक्रमों का आयोजन राज्य इकाई से चर्चा के बाद होना चाहिए. दरअसल, कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के अपने से रैलियां आयोजित करने पर आपत्ति जताई है. कार्रवाई की भी मांग हो रही है. हालांकि वडिंग ने किसी का नाम नहीं लिया. उन्होंने यह जरूर कहा कि जो लोग खेल बिगाड़ेंगे, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का यह बयान ऐसे समय में आया है जब दो दिन पहले ही पार्टी नेताओं के एक वर्ग ने राज्य इकाई से चर्चा किए बगैर सार्वजनिक सभाएं आयोजित करने के लिए सिद्धू के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है. दरअसल, पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग पर समझौता होना है. इससे पहले सिद्धू ने कहा कि पहले पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस की सत्ता के समय 75-25 का हिस्सा चलता था. जिसकी सरकार होती थी उसका हिस्सा 75 प्रतिशत होता था और जो बाहर होता था उसका 25 प्रतिशत. आज यह 80-20 चल रहा है.


सिद्धू अपने बयानों में राज्य की सत्तारूढ़ आप सरकार पर लगातार हमला कर रहे हैं. उनके इस रवैये से कांग्रेस के नेता नाराज हैं. इस पर वडिंग ने कहा कि सिद्धू 75-25 या 80-20 की बात कर रहे हैं. मैं उनसे कहूंगा कि रंग में भंग न डालें. 


वडिंग का दिल बड़ा है


जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें सिद्धू की रैलियों पर कोई आपत्ति है तो वडिंग ने कहा, ‘पार्टी का कार्यक्रम राज्य इकाई के अध्यक्ष के अनुसार होना चाहिए. लेकिन वडिंग का दिल बहुत बड़ा है. मुझे किसी से कोई असुरक्षा की भावना नहीं है. कुछ लोगों की लंबाई तो अच्छी होती है लेकिन दिल छोटा होता है और उन्हें खतरा महसूस होता है.’


कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर कोई पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करता है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. वडिंग ने कहा, ‘लेकिन, अगर मंच पर पार्टी के हितों के खिलाफ जाकर कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाएंगे तो आपत्ति तो होगी ही. किसी को भी बिगाड़ने वाला नहीं बनना चाहिए और यदि कोई ऐसा करता है, तो उसे परिणाम भुगतना होगा.’