JK Lieutenant Governor Manoj Sinha flags off the first batch of Yatris: आज से पवित्र अमरनाथ यात्रा शुरू हो जाएगी. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू के भगवती नगर में हरी झंडी दिखाकर पहले जत्थे को कश्मीर की ओर रवाना किया. इस जत्थे में बालटाल और पहलगाम, दोनों रूटों से जाने वाले तीर्थ यात्री शामिल हैं. ये यात्री देर शाम अपने बेस कैंप पहुंच जाएंगे. इसके बाद 1 जुलाई से इन दोनों आधार शिविरों से यात्री अमरनाथ गुफा के दर्शनों के लिए पैदल चढ़ाई शुरू कर देंगे. 


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उपराज्यपाल ने दिखाई पहले जत्थे को हरी झंडी


सूत्रों के मुताबिक जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने आज सुबह 4 बजे अमरनाथ यात्रियों (Amarnath Yatra 2023) के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई. यात्रा में शामिल होने के लिए जम्मू के भगवती नगर पहुंचे यात्रियों में जबरदस्त जोश दिखाई दिया. श्रद्धालुओं में देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचे लोग शामिल थे. इनमें पुरुषों के साथ ही महिलाएं भी बड़ी संख्या में थीं. यात्रियों से भरी बसों और गाड़ियों को सुरक्षाबलों के सिक्योरिटी में कश्मीर की ओर रवाना किया गया. इस दौरान लोगों ने जमकर हर-हर महादेव के नारे लगाए. 



भगवती नगर फिर हो गया आबाद


अमरनाथ यात्रा 2023 (Amarnath Yatra 2023) की शुरुआत के साथ ही भगवती नगर (Bhagwati Nagar) में बना यात्री फिर आबाद हो गया है. बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए देश के अलग-अलग कोनों से श्रद्धालु जम्मू के यात्री निवास बेसकैंप भगवती नगर में पहुंच रहे हैं. गुरुवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ वहां देखने को मिल रही थी. लोगों ने अपने कागजातों, मेडिकल सर्टिफिकेट और परमिट की जांच करवाकर यात्री निवास में एंट्री की. वहां पर श्रद्धालुओं की सेवा के लिए लंगर भी लग गए हैं. जिन लोगों को यात्री निवास में जगह नहीं मिली, उन्होंने बाहर प्राइवेट होटल में कमरा किराये पर लिया. 



पहली बार ड्रोन यूनिट्स भी तैनात


करीब 62 दिनों तक चलने वाली इस अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2023) में हजारों की तादाद में श्रद्धालु जम्मू पहुंच रहे हैं. उनकी सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ, जम्मू कश्मीर पुलिस, भारतीय सेना और बीएसएफ के साथ-साथ विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां जम्मू से लेकर कश्मीर तक तैनात की गई हैं. इस बार यह पहला मौका है, जब बॉम स्क्वाड डॉग स्क्वाड के साथ-साथ ड्रोन यूनिट्स को भी यात्रा मार्ग पर तैनात किया जा रहा है. आतंकी खतरे को देखते हुए सुरक्षा बल जम्मू से लेकर कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर एलओसी पर पूरी तरह से हाई अलर्ट पर हैं. 


गुफा के पास ठहरने की नहीं होगी अनुमति


श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ डॉक्टर मंदीप भंडारी ने कहा कि यात्रा (Amarnath Yatra 2023) के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. पहली बार यह यात्रा 62 दिनों की होने जा रही है. रोजाना 70 हजार यात्रियों को ठहराने और भोजन के लिए विभिन्न स्थानों पर इंतजाम किए जा चुके हैं. हालांकि पिछले साल गुफा के पास आई बाढ़ को देखते हुए इस बार फैसला लिया गया है कि रात के समय किसी को भी पवित्र गुफा के पास ठहरने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इस बार गुफा के पास लगने वाले टेंट और लंगर भी वहां से हटवा दिए गए हैं.