Amarnath Yatra Baba Barfani Darshan: इस बार की अमरनाथ यात्रा कई मायनों में अद्भुत और खास है. वहीं 2024 की अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या के पिछले सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं. यूं तो हर बार सुविधाएं चाहे जैसी हों लेकिन बाबा बर्फानी के श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं होता. अमरनाथ की पवित्र गुफा में बुधवार को 30586 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन करने के साथ उनकी पूजा की. इसी आंकड़े के साथ ही 52 दिन की सालाना तीर्थयात्रा के दौरान बाबा अमरनाथ के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा बढ़कर एक लाख से अधिक हो गया.  


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श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक अमरनाथ यात्रा का यह नया रेकॉर्ड है. इस तरह से 29 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा के पहले पांच दिनों में ही कुल एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र भगवान शिव के इस पर्वतीय मंदिर में बाबा अमरनाथ के दिव्य दर्शन कर लिए हैं.


भगवान शिव की पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना 


यात्रा पर नजर रखने वाले एक प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि देश और दुनिया के विभिन्न हिस्सों से कुल 30,586 तीर्थ यात्रियों ने यात्रा के पांचवें दिन 03 जुलाई को बालटाल और नुनवान-पहलगाम के जुड़वां ट्रैक से भगवान शिव की पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना की. श्राइन बोर्ड से मिले डाटा के मुताबिक 2023 में तीर्थयात्रा के 10वें दिन एक लाख का आंकड़ा पार हुआ था


3888 मीटर ऊंचा भगवान शिव का पर्वतीय गुफा मंदिर हिंदू धर्म में सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों में से एक है. जो उत्तर भारत के हिमालय में स्थित है. अधिकारियों के अनुसार, यात्रा शुरू होने के बाद से पिछले पांच दिनों में 1,05,282 लोग दर्शन कर चुके हैं. इस तरह दर्शनों के पिछले सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं.


एक लाख सुरक्षाकर्मी मैदान में


जम्मू कश्मीर में हाल में निशाना बनाकर लोगों को हत्याओं की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, जिसे देखते हुए अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए सरकार ने इस बार अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं. प्रशासनिक अधिकारियों ने पवित्र गुफा के दोनों मार्गों पर यात्रा शुरू करने वाले तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक लाख से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है. तीर्थ यात्रियों की सेवा के लिए लखनपुर से पवित्र गुफा तक विभिन्न धार्मिक संगठनों द्वारा 132 से अधिक निःशुल्क लंगर स्थापित किए गए हैं. 52 दिनों तक चलने वाली तीर्थयात्रा 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के शुभ अवसर पर संपन्न होगी, जिस दिन रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाएगा.