`पकौड़ा` पॉलिटिक्स- पकौड़ा बेचना शर्म की बात नहीं, यह बेरोजगारी से तो अच्छा है: अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि जिस तरह एक चायवाले का बेटा देश का प्रधानमंत्री बन सकता है, उसी तरह एक पकौड़े वाले की भी अगली पीढ़ी उद्योगपति बन सकती है.
नई दिल्ली: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राज्यसभा में पहली बार बोलते हुए विपक्ष की 'पकौड़ा' पॉलिटिक्स पर जवाब देते हुए कहा है कि पकौड़ा बेचना कोई शर्म की बात नहीं है. यह कम से कम बेरोजगारी से तो अच्छा है. दरअसल कांग्रेस नेता पी चिदंबरम समेत कई विपक्षी नेताओं के पकौड़ा बेचने संबंधी पीएम के बयान पर निशाना साधा था. इसी कड़ी में अमित शाह ने कहा कि जिस तरह एक चायवाले का बेटा देश का प्रधानमंत्री बन सकता है, उसी तरह एक पकौड़े वाले की भी अगली पीढ़ी उद्योगपति बन सकती है.
अमित शाह ने कहा, ''अभी मैं चिदंबरम साहब का ट्वीट पढ़ रहा था कि मुद्रा बैंक के साथ किसी ने पकौड़े का ठेला लगा दिया, इसको रोजगारी कहते हैं? हां मैं मांगता हूं कि भीख मांगने से तो अच्छा है कि मोई मजदूरी कर रहा है. उसकी दूसरी पीढ़ी आगे आएगी तो उद्योगपति बनेगी.''
राज्यसभा में पहली बार बोले अमित शाह, 'हमने सर्जिकल स्ट्राइक से दुश्मन देश को जवाब दिया'
अमित शाह द्वारा कही गईं मुख्य बातें...
अंत्योदय के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध.
देश में 31 करोड़ बैंक खाते खोले गए.
आजादी के बाद 55 साल एक ही परिवार का देश में राज रहा.
देश में 60 फीसदी लोगों के पास बैंक खाते ही नहीं थे.
देश का गरीब खुद को अर्थतंत्र से जोड़ने लगा है.
शास्त्री जी के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को सबक सिखाया.
पीएम मोदी ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की हिम्मत की.
घर में शौचालय न होना बड़ी त्रासदी है.
लुटियंस में रहने वालों को इस दर्द का अहसास नहीं.
गैस सब्सिडी छोड़ने का सार्थक अभियान चलाया गया.
गरीब के घर में पैदा नहीं हुआ, लेकिन गरीबी को करीब से देखा है.
देश के हर गरीब के लिए घर होना बहुत जरूरी.
देश में बेरोजगारी की समस्या है और इससे इंकार नहीं किया जा सकता है.
55 साल तक राज करने वाले बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर सराहनीय काम किया.
देश में बैंकों के राष्ट्रीयकरण के बाद भी गरीब बैंक तक नहीं पहुंच पाए.
देश के हर गरीब को घर देना हमारी सरकार का लक्ष्य है.
बेरोजगारी से अच्छा है कोई युवा मेहनत कर पकौड़े बेचे.
पकौड़े बेचना कोई शर्म की बात नहीं है.
पकौड़ा बेचने वाले की अगली पीढ़ी उद्योगपति बनेगी.
चाय बेचने वाले का बेटा इस सदन में प्रधानमंत्री बनकर बैठा है.
गरीब के घर बिजली, स्वास्थ्य पहुंचाना हमारी सरकार का लक्ष्य है.
50 करोड़ लोगों को बीमा देना का साहस किसी सरकार में नहीं था.
देश में भाजपा सरकार को आने के बाद नदियों को जोड़ने का काम दोबारा शुरू किया गया.
गरीबों का जीवन स्तर उठाने का काम बीजेपी ने किया.
गरीबी हटाओ के नारे के साथ बहुत सरकारें आई, लेकिन गरीबों का जीवन स्तर सुधारने का काम बीजेपी ने किया.
पहले यूरिया की कालाबाजारी होती थी. हमारी सरकार के एक फैसले ने सारी दिक्कतें दूर कीं.
5 करोड़ 70 लाख किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ मिला.
देश में यूरिया के 6 कारखाने बीजेपी ने शुरू किए.
कई सुधार किए गए, जिसकी वजह से भारत की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रेटिंग सुधरी.
हम ऐसे फैसले लेते हैं, जो लोगों के लिए अच्छे हों.
किसानों को डेढ़ गुना समर्थन मूल्य दिया जाना.
पूरे देश में जीएसटी पर राजनीति की गई.
बीजेपी ने कभी जीएसटी का विरोध नहीं किया.
कांग्रेस जब जीएसटी की बात करती थी, हमने विरोध नहीं किया.
हम बजट भी एक फरवरी को लेकर आए, जिससे उसे लागू करने के लिए वक्त मिल सके.
बीजेपी सरकार संवेदनशील है.
कांग्रेस ने जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स कहा.
कांग्रेस की सहमति से ही जीएसटी बिल पास हुआ.
जीएसटी काउंसिल में कांग्रेस शामिल राज्यों ने भी अपनी राय रखी.
कुछ मुद्दों पर राजनीति करने से ऊपर उठना पड़ता है.
देश की सुरक्षा तब तक नहीं हो सकती, जब तक उसका जवान गरिमा से न जिए.
हमारा चुनावी वादा था और हमने एक ही साल में ओआरओपी का वादा पूरा किया.
सेना ने दस दिन में आतंकियों से बदला लिया.
सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक की और सीमापार घुसकर अपना बदला लेकर जवान वापस आए.
मोदी सरकार में सर्जिकल स्ट्राइक का फैसला लिया गया.