नई दिल्ली: लोकसभा में मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह ने एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले के एक बयान पर कहा फारूक अब्दुल्ला को न तो हिरासत में लिया गया है, न उन्हें गिरफ्तार किया गया है. वह अपनी मर्जी से अपने घर पर हैं. लोकसभा में जम्‍मू-कश्‍मीर पुनर्गठन बिल पर चर्चा हो रही है.


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इसी बीच एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने चर्चा के दौरान कहा, "मेरी बगल में फारूक अब्दुल्ला जी बैठते हैं और वो जम्मू-कश्मीर से चुनकर आए हैं. उनकी आवाज नहीं सुनाई दे रही है. यह चर्चा उनके बगैर हमेशा अधूरी रहेगी." इसका जवाब देते हुए गृह मंत्री ने कहा, "फारूक अब्दुल्ला को न गिरफ्तार किया गया है और न हिरासत में लिया गया है, वह अपनी मर्जी से अपने घर पर हैं.' 


इस पर सुले ने कहा, "क्या उनकी तबियत ठीक नहीं है?" इस पर शाह ने कहा, "मैं उनकी तबियत ठीक नहीं कर सकता. वो डॉक्टर का काम है."


 



बिल पर चर्चा के दौरान सपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, "370 पर सरकार ने मनमानी से फैसला लिया. बीजेपी 70 साल तो गिनती है लेकिन अपने 11 साल भूल जाती है. कश्मीर में ताकत का इस्तेमाल हुआ, यह कौन नहीं जानता. हम देश के साथ हैं. क्या दूसरे दल कश्मीर को नहीं चाहते."


 



इससे पहले, बिल पर चर्चा की शुरुआत करते हुए अमित शाह ने कहा कि जम्‍मू-कश्‍मीर भारत का अभिन्‍न हिस्‍सा है. इस पर कानून बनाने का संसद को पूरा अधिकार है. कांग्रेस के राज में अनुच्‍छेद 370 पर दो बार संशोधन हुआ. इस बीच, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी सरकार को घेरने के प्रयास में सेल्फ गोल कर गए.