नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को कहा कि अगर नवजोत सिंह सिद्धू अपना काम नहीं करना चाहते तो मैं इस संबंध में कुछ नहीं कर सकता. सिंह ने कहा कि सिद्धू को अपने नए पोर्टफोलियो को स्वीकार करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार में एक अनुशासन होता है, यह इसे प्रभावी ढंग से काम करना है. 


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यह पूछे जाने पर कि क्या सिद्धू ने सुलह का कोई प्रयास किया है, इस पर सिंह ने कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, "मेरा सिद्धू से कोई विवाद नहीं है. यदि सिद्धू को कोई दिक्कत है तो आपको उनसे बात करनी चाहिए." मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई मंत्री कांग्रेस अध्यक्ष को इस्तीफा भेजता है तो इससे भी कोई दिक्कत नहीं है.  


सिंह ने कहा, "मेरा सिद्धू से कोई विवाद नहीं है. सच यह है कि मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद मैंने उन्हें बहुत ही महत्वपूर्ण विभाग सौंपा था. मुझे बताया गया है कि उन्होंने मेरे ऑफिस में पत्र भेजा है, तो उसे पढ़ने के बाद ही कुछ बता पाऊंगा." 


सिंह ने यह भी कहा, "मैंने कभी भी श्रीमती सिद्धू का विरोध नहीं किया. मैंने उन्हें भटिंडा से लोकसभा चुनाव लड़वाने के लिए राहुल जी से सिफारिश भी की थी. सिद्धू का कहना था कि उनकी पत्नी चंडीगढ़ से लड़ना चाहती हैं. इस पर पार्टी को निर्णय लेना था."


रिपोर्टर के एक सवाल के जवाब में कैप्टन ने कहा, "कैबिनेट में इस संबंध में चर्चा हुई थी. अगर सिद्धू कांग्रेस हाईकमान को अपना इस्तीफा भेजते हैं तो भी कोई दिक्कत नहीं है." अमरिंदर ने आज दिल्ली में पीएम मोदी से भी मुलाकात की. पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान उन्होंने गुरुनानक देव की 550वी जयंती के उत्सव के संबंध में चर्चा की.