Anand Mohan Acquittal: आनंद मोहन जेल से रिहा, पर इस वजह से बढ़ेगा नीतीश सरकार का सिरदर्द! अब यहां फंसा पेंच
Anand Mohan News: आनंद मोहन (Anand Mohan) सरहसा जेल से रिहा कर दिए गए हैं. आनंद मोहन की रिहाई पर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. इस बीच, खबर है कि दलित संगठन भीम आर्मी ने इसके विरोध में पटना हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है.
Anand Mohan Release: पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन (Anand Mohan) जेल से रिहा हो गए हैं, लेकिन इस बीच पटना हाईकोर्ट (Patna High Court) में आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ पीआईएल (PIL) दाखिल की गई है. बिहार में पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई का मामला सियासत के रास्ते पटना हाईकोर्ट तक पहुंच चुका है. रिहाई के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की जा चुकी है. दलित संगठन भीम आर्मी भारत एकता मिशन के राज्य प्रभारी अमर ज्योति ने याचिका दायर की है. उधर बताया जा रहा है कि जेल से रिहाई के बाद आज आनंद मोहन मंदिर और मस्जिद में माथा टेकने के बाद वो पटना जाएंगे. लेकिन आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बिहार की राजनीति में बयानों की बौछार हो रही है. हालांकि, बीजेपी के ही कुछ नेता अब आनंद मोहन की रिहाई को गलत नहीं मान रहे हैं.
आनंद मोहन की रिहाई पर सरकार का फैसला
बता दें कि पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की आज सहरसा जेल से रिहाई हो चुकी है. नीतीश कुमार की सरकार ने 14 साल या उससे ज्यादा सजा काट चुके 27 कैदियों की रिहाई के आदेश जारी किए हैं. लेकिन पटना हाईकोर्ट में आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ PIL दाखिल की गई है.
जेल से निकलने के बाद कहां जाएंगे आनंद मोहन?
बता दें कि दोपहर 1 बजे आनंद मोहन जेल से निकलेंगे. अंबेडकर चौक, कुंवर सिंह चौक पर उनका माल्यार्पण होगा. फिर वह डीबी रोड पर मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे. फिर वह मस्जिद भी जाएंगे. वहां से पंचगछिया निकल जाएंगे, वहां देवी स्थान पर पूजा करेंगे और यहीं पर मंच से भाषण देंगे. इसके बाद वह फिर पटना निकल जाएंगे. शुक्रवार को आनंद मोहन देहरादून जाएंगे. इस दौरान, माल्यार्पण और पूजा के साथ-साथ विजय चलता रहेगा.
27 दुर्दांत अपराधियों की रिहाई
जान लें कि पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में PIL दलित संगठन भीम आर्मी भारत एकता मिशन के राज्य प्रभारी अमर ज्योति ने दायर की है. आनंद मोहन समेत 27 दुर्दांत अपराधियों को रिहा किए जाने के मसले पर अमर ज्योति के वकील अलका वर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने अपराधियों को बचाने के लिए कानून में परिवर्तन करके गलत काम किया है. बिहार सरकार के आदेश के खिलाफ कोर्ट में पीआईएल दायर की गई है.
बिहार का सियासी पारा चढ़ा
उधर आनंद मोहन की रिहाई पर बिहार में सियासी पारा हाई है. बीजेपी का कहना है कि आनंद मोहन की आड़ में नीतीश सरकार MY समीकरण का ध्यान रखते हुए जिन 27 लोगों को छोड़ रही है, उसके लिए जनता नीतीश को माफ नहीं करेगी.
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