Zee News Anchor Rohit Ranjan Live Updates: छत्तीसगढ़ पुलिस ने मंगलवार को ज़ी न्यूज के एंकर रोहित रंजन को गाजियाबाद स्थित उनके घर से गिरफ्तार करने की कोशिश की. छत्तीसगढ़ पुलिस बिना लोकल पुलिस को जानकारी दिए रोहित रंजन के घर के अंदर पहुंची और उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की. छत्तीसगढ़ पुलिस के 10-15 सदस्य बिना वर्दी के सुबह 6 बजे के करीब रोहित रंजन को गिरफ्तार करने पहुंचे थे. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि देश कानून के हिसाब से चलेगा.


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कांग्रेस लोगों पर कर रही दमन: अमित मालवीय


बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस लोगों का दमन कर रही है और छत्तीसगढ़ पुलिस का गलत इस्तेमाल कर रही है. देश कानून से चलेगा. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'कांग्रेस बेशर्मी से राजस्थान और छत्तीसगढ़ पुलिस का इस्तेमाल कर रही है, केवल दो राज्य एनसीआर में काम करने वाले पत्रकारों पर टारगेट करने के लिए प्रासंगिक हैं. किसी की राय से असहमत, लेकिन उन्हें इस तरह डराना #इमरजेंसी की गंभीर याद दिलाता है. कांग्रेस लोकतंत्र पर धब्बा है.'



छत्तीसगढ़ CM के आदेश पर हुई कार्रवाई: रमन सिंह


छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा रोहित रंजन (Rohit Ranjan) को गिरफ्तार करने पहुंचने पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Raman Singh) ने कहा कि यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के आदेश पर हुई है. इसमें कोई आईपीसी या सीआरपीसी के नियमों का पालन नहीं किया गया है.



इमरजेंसी की राह पर चल रहा है छत्तीसगढ़: धरम लाल कौशिक


छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा यूपी पुलिस को बिना जानकारी दिए रोहित रंजन (Rohit Ranjan) के घर पहुंचने पर छत्तीसगढ़ के नेता-प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि छत्तीसगढ़ इमरजेंसी की राह पर चल रहा है.



ये कांग्रेस की तानाशाही: कैलाश विजयवर्गीय


बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने इस मामले पर कहा कि कांग्रेस का चरित्र यही है. इंदिरा गांधी ने देश के अंदर आपातकाल लगाया. ये इसी प्रकार की तानाशाही चाहते हैं. लोकतंत्र में एक पत्रकार के साथ इस प्रकार का व्यवहार बिल्कुल उचित नहीं है. मैं छत्तीसगढ़ सरकार की इस हरकत की निंदा करता हूं.



बदले के लिए कांग्रेस की कार्रवाई: शहजाद पूनावाला


बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर कहा, 'छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा वरिष्ठ पत्रकार रोहित रंजन की गिरफ्तारी का प्रयास पूरी तरह से दुरुपयोग है और बदला लेने के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा स्वीकृत पुलिस शक्ति की पहुंच से अधिक है. चैनल/एंकर ने पहले ही सामग्री के लिए माफी मांगी थी. क्या ऐसे मामलों में गिरफ्तारी जायज है? समाचार रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस द्वारा प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया. क्या रोहित को समन जारी किया गया था? क्या ऐसे मामलों में सीधी गिरफ्तारी की जरूरत है? क्या SC ने इसे पहले ही स्पष्ट नहीं किया है? यह एक पैटर्न और डिजाइन बनता जा रहा है. इसे कुछ भी सही नहीं ठहरा सकता.'



सुबह 5 बजे रोहित रंजन के घर पर पहुंची पुलिस


बता दें कि छत्तीसगढ़ पुलिस आज (5 जुलाई) करीब सुबह 5 बजे रोहित रंजन (Anchor Rohit Ranjan) के घर पर पहुंची. सोसाइटी के गेट पर सिक्योरिटी गार्ड पुलिस को रोकता रहा, लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस ने गुंडागर्दी की और गार्ड का फोन छीना ताकि वो किसी को इसकी सूचना ना दे पाए. इसके साथ ही गार्ड के साथ गालीगलौज भी की गई.


छत्तीसगढ़ पुलिस जबरन रोहित रंजन (Anchor Rohit Ranjan) के घर के अंदर घुसी और वहां घंटों बैठी रही. इस दौरान पुलिस ने रोहित के घर का सामान तहस-नहस कर दिया और उनके परिवार से बदतमीजी की. पुलिस ने परिवार की महिलाओं से बदसलूकी की और परिवार वालों से गाली-गलौज की.


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