Sneak Peek: गुब्बारों के अलावा इस तरह भी होती है जासूसी, जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान
Espionage: खुफिया जानकारी बटोरने के लिए एक और तरीका है, सिग्नल इंटेलिजेंस. इसमें लक्ष्य के उपकरण से आने वाले संकेतों और संचार को एकत्रित किया जाता है. विभिन्न प्रकार की जमीन और अंतरिक्ष आधारित तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है. इसके माध्यम से अक्सर संवेदनशील जानकारियां हासिल की जाती हैं.
Ballon espionage: पिछले दिनों अमेरिका हवाई क्षेत्र में उड़ते दिखे चीनी जासूसी गुब्बारे को गिराए जाने की खबर सभी ने सुनी होगी. इसमें अमेरिका ने चीन पर अंतरराष्ट्रीय कानून उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. वहीं चीन का कहना है कि गुब्बारे को गिराकर अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय कानून का तोड़ा है और अब इसके जवाब में उचित कार्रवाई की जाएगी. इसमें वह अपने अधिकारों का प्रयोग करेगा. जब आपको अपने विरोधी पर वर्चस्व कायम रखना होता है तो सामने वाला तरह-तरह के हथकंडे को अपनाता है. मगर क्या सही है और क्या गलत यह समझ नहीं पाते हैं. इसके अलावा एक देश दूसरे देश की खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए कई और तरीके अपना सकता है. आज हम आपको उन तरीकों के बारे में भी बताएंगे.
सिग्नल इंटेलिजेंटस का प्रयोग
खुफिया जानकारी बटोरने के लिए एक और तरीका है, सिग्नल इंटेलिजेंस. इसमें लक्ष्य के उपकरण से आने वाले संकेतों और संचार को एकत्रित किया जाता है. विभिन्न प्रकार की जमीन और अंतरिक्ष आधारित तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है. इसके माध्यम से अक्सर संवेदनशील जानकारियां हासिल की जाती हैं.
भू-स्थानी जासूसी
भू-स्थानी जासूसी जलमार्ग सहित जमीन पर उसके नीचे मानव गतिविधियों से जुड़ी हुई होती हैं. आम तौर पर सेना और नागरिक निर्माण मानव गतिविधियों और प्राकृतिक संसाधन पर निर्भर होती है. यह जासूसी उपग्रहों, ड्रोन, ऊंचाई पर उड़ने वाले विमानों को और यहां तक कि गुब्बारों के माध्यम प्राप्त जानकारी के आधार पर की जाती है. जासूसी गुब्बारे केवल छवि और संकेत एकत्र नहीं कर सकते बल्कि हवा का रासायनिक विश्लेषण भी कर सकते हैं.
छवि जासूसी
छवि जासूसी भू स्थानी जासूसी से काफी हद तक जुड़ी हुई होती है. इसे इमेजरी इंटेलिजेंस भी कहते हैं. इसमें अक्सर उपग्रहों, ड्रोन और विमानों का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें सैनिकों और हथियार प्रणालियों के रणनीति, आवाजाही को एकत्र करते हैं. खास करके सैन्य ठिकानों, परमाणु शस्त्रागार और अन्य सामरिक संपत्तियों को लक्षित किया जाता है.
साइबर जासूसी
साइबर जासूसी अक्सर सिग्नल इंटेलिजेंस से जोड़ा जाता है. लेकिन यह दोनों अलग-अलग है. इसमें संरक्षक प्रणाली में प्रवेश करने और जानकारी हासिल करने के लिए प्रत्यक्ष रूप से लोगों का इस्तेमाल किया जाता है. इसे सिग्नल, मैलवेयर यह हैकर्स के माध्यम से किसी प्राणी से सीधे अनधिकृत पहुंच से अंजाम दिया जाता है.
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस
यह जासूसी का सबसे नया तरीका है. इसमें जानकारी विभिन्न प्रकार से एकत्र की जाती है. समाचार पत्र से, ब्लॉग के माध्यम से, अधिकारिक रूप से. दूसरे स्रोत होते हैं विकीलीक्स, द इंटरसेप्ट और सोशल मीडिया आदि से भी जानकारी जुटाई जाती है.
ह्यूमन इंटेलिजेंस
यह जासूसी अब काफी पुरानी हो चुकी है. इसमें जासूसों को आमतौर पर तीन श्रेणियों में बांटा गया है. घोषित खुफिया अधिकारी, अधिकारिक रूप से छुपकर काम करने वाले लोग व सैन्य कर्मी या दूतावास.
पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की जरूरत नहीं