Bharatpur News: मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी, भरतपुर जिले में एक ऐसा जानवर मिला है जिसकी चमड़ी 'बुलेट प्रूफ जैकेट' से कम नहीं होती है. अब इसी जानवर का एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे वह अपने शरीर को समेट कर बॉल के आकार में ढाल लेता है.  तेजी से वायरल हो रहे वीडियो की जी न्यूज पुष्टि नही करता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आपको बता दें की दुनिया में ऐसे कई जानवर हैं जिनके पास खास खूबियां होती हैं, जिनकी वजह से वे अन्य जानवरों से अलग होते हैं. ऐसा ही एक जानवर है आर्माडिलोस या इंद्र बसो. आर्माडिलोस के पास एक ऐसा ‘कवच’ होता है, जो ‘बुलेट प्रूफ जैकेट’ से कम नहीं होता है. इसकी चमड़ी बहुत ही सख्त होती है जो इसे शिकारियों से बचाती है.


हमले को पहले ही भांप लेता है आर्माडिलोस
आर्माडिलोस अपने ऊपर होने वाले हमले को पहले ही भांपने में माहिर होता है. जैसे ही कोई शिकारी जानवर इस पर हमला करता है, वैसे ही वह अपने शरीर को समेट कर बॉल के आकार में ढाल लेता है फिर शिकारी कितनी भी कोशिश करें,  इसको खा नहीं सकता क्योंकि इसके शरीर के ऊपर लगा हुआ कवच ‘बुलेट प्रूफ जैकेट’  जितना ही मजबूत है. इस तरह आर्माडिलोस शिकारी जानवरों को मात देता है.


आर्माडिलोस अच्छे तैराक होते हैं और 4-6 मिनट तक अपनी सांस रोक सकते हैं.यह भूरे, पीले और गुलाबी रंग के होते हैं. इस जानवर की कुल 20 प्रजातियां पाई जाती हैं और ये सभी लेटिन अमेरिका में पाई जाती हैं. ये जमीन में गड्ढे के अंदर या सुरंग में या गर्म जगहों पर रहते हैं. ठंड का मौसम इन्हें जरा भी बर्दास्त नहीं होता, यहां तक कि इनकी मौत तक हो जाती है.


प्रति दिन 16 घंटे तक बिल खोदते हैं आर्माडिलोस
आर्माडिलोस घास के मैदानों और अर्ध-रेगिस्तानों में रहते हैं.ज़्यादातर प्रजातियां प्रति दिन 16 घंटे तक बिल खोदती हैं और खूब सोती हैं.उनकी दृष्टि बहुत कमज़ोर होती है तो वो अपनी गंध की तीव्र शक्ति का उपयोग करके भृंगों, चींटियों, दीमकों और अन्य कीड़ों के अपना शिकार बनाती हैं. खुदाई के लिए ये मजबूत पिछले पैरों और विशाल सामने के पंजों का उपयोग करते है


आर्माडिलोस अपनी लंबी, चिपचिपी जीभ का उपयोग चींटियों और दीमकों को उनकी सुरंगों से निकालने के लिए करते है. इनकी दुश्मनी सिर्फ कुत्ते-बिल्लियों से ही होती है. इस प्रकार आर्माडिलोस एक अद्वितीय जानवर है जो विशेष रूप से अपनी अनोखी संरचना और आदतों के लिए प्रसिद्ध है.