नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की कार 'बीस्ट' एक बार फिर सुर्खियों में है। ओबामा 25 जनवरी को भारत दौरे पर आ रहे हैं। हालांकि, उनके भारत आगमन से पहले ही खूबियों से लैस उनकी कार 'बीस्ट' नई दिल्ली पहुंच गई है। आइए जानते हैं आखिर वे कौन सी चीजें हैं जो इस कार को सामान्य कारों से अलग बनाती हैं।ब


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कैडिलेक वन को 'बीस्ट' के नाम से जाना जाता है। यह काफी ताकतवर कार होती है। यह कार रासायनिक, जैविक हमलों को भी नाकाम करने में सक्षम है। इस बुलेटप्रूफ कार में कई ऐसे सिस्टम लगे हैं जो इस कार को तकनीकि के लिहाज से बेजोड़ बना देते हैं। इस कार की चादर करीब आठ इंच और बुलेटप्रूफ विंडो पांच इंच मोटी है। 18 फीट लंबी, साढ़े सात टन भारी 'बीस्ट' 60 मील प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है।


इसमें मौजूद बुलेट प्रूफ पेट्रोल टैंक इसे बड़ी सुरक्षा देता है। इसे एक विशेष फोम से सील किया जाता है, जिससे इसमें आग लगने की सूरत में धमाका नहीं होता। 'बीस्ट' में चार लोगों के बैठने की जगह होती है। 'बीस्ट' के दरवाजे की मोटाई 8 इंच है। इस कार का चालक सामान्य व्यक्ति न होकर सीक्रेट सर्विस का प्रशिक्षित एजेंट होता है। दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्रपति की इस कार में जीपीएस सिस्टम भी लगा हूआ है। यही नहीं, रात में देखने वाला कैमरा, आंसू गैस उपकरण भी बीस्ट का हिस्सा हैं।


इस कार की बनावट बख्तरबंद फौजी गाड़ियों जैसी है। इसे स्टील, एल्मुनियम, टाइटेनियम और सिरेमिक से बनाया गया है। इस पर आम रॉकेट लांचर का असर नहीं होता। कार की चेसिस पांच इंच मजबूत स्टील की है, जो बारूदी सुरंग के फटने पर भी सलामत रहती है। टायर पंचर हो जाए तब भी इसके रिम इतने ताकतवर हैं कि वो कार को तेज रफ्तार से भगाते रहते हैं। कार के सामने का शीशा इतना मजबूत है कि बख्तरबंद भेदने वाली गोलियां भी इसे नहीं भेद सकतीं।


अमेरिकी राष्ट्रपति कार मैं बैठे-बैठे वाई फाई, सैटेलाइट फोन और डायरेक्ट लाइन से चौबीसों घंटे उप राष्ट्रपति और अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के संपर्क में रहते हैं।


वैसे तो बीस्ट किसी भी तरह के आतंकी हमले में अमेरिकी राष्ट्रपति को बचाने में सक्षम है, लेकिन इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति के घायल हो जाने की सूरत में उन्हें बचाने के भी भरपूर इंतजाम हैं। कार के अगले हिस्से में राष्ट्रपति के ब्लड ग्रुप वाला खून रहता है, ताकि मुसीबत में उन्हें खून दिया जा सके। यही नहीं कार के पिछले हिस्से में ऑक्सीजन सप्लाई करने का भी इंतजाम रहता है।