नई दिल्ली: इंडियन आर्मी चीफ जनरल एम एम नवरणे ने कहा है कि भारत ने चीन के साथ तनाव के दौरान अपनी कोई जमीन नहीं खोई. उन्होंने कहा कि भारत की सेनाएं जिन महत्वपूर्ण जगहों पर थी और भारत के पास जो जमीन पहले थी, भारत के पास वो जमीन अब भी है. उन्होंने कहा कि हम विवाद से पहले वाली स्थिति में आ चुके हैं. हालांकि इसके साथ उन्होंने ये भी कहा कि भारत और चीन का कई मुद्दों पर तनाव है और ये समूचे एलएसी पर दिखता रहता है.  उन्होंने कहा कि अभी दोनों सेनाएं पीछे भले ही हट गई हैं, लेकिन तनाव की वजह से नियमित गश्‍त शुरू नहीं हुई है. 


भारत अपनी जमीन पर बरकरार


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जनरल नवरणे ने कहा कि भारत की सेना ने अपनी जमीन को एक इंच भी नहीं छोड़ा है. उन्होंने कहा कि भारत के पास जो जमीन पहले थी, भारत के पास वो जमीन अब भी है. देखें वीडियो-



खतरा कम हुआ, लेकिन खत्म नहीं हुआ


थलसेना अध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे ने इससे कुछ दिनों पहले कहा था कि चीन के साथ समझौते के बाद पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील क्षेत्र से सैनिकों के हटने के बाद भारत के लिए खतरा केवल 'कम हुआ' है, लेकिन यह बिल्कुल खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि यह कहना गलत होगा कि चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख में उन क्षेत्रों में अब भी बैठे हैं जो पिछले साल मई में गतिरोध शुरू होने से पहले भारत के नियंत्रण में थे. 


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तनाव की स्थिति बरकरार


पर्वतीय क्षेत्र की स्थिति का संदर्भ देते हुए नरवणे ने एक कार्यक्रम में कहा था कि पीछे के क्षेत्रों में सैन्य शक्ति उसी तरह बरकरार है जिस तरह यह सीमा पर तनाव के चरम पर पहुंचने के समय थी. सत्र में यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उस टिप्पणी से सहमत हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि चीनी भारत के नियंत्रण वाले क्षेत्र में नहीं आए हैं, नरवणे ने 'हां' में जवाब दिया. उन्होंने कहा, 'हां, बिल्‍कुल.' नरवणे ने यह भी कहा कि क्षेत्र में गश्त शुरू नहीं हुई है क्योंकि तनाव अब भी काफी है और टकराव की स्थिति हमेशा रहती है.