कश्मीर में पत्थरबाज युवक को जीप में बांधने वाले मेजर लीतुल गोगोई को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने किया सम्मानित
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आतंकवाद निरोधक अभियानों में लगातार प्रयास के लिए मेजर लीतुल गोगोई को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, जिन्होंने एक कश्मीरी युवक को अपनी जीप से बांधकर पत्थरबाजों को करारा जवाब दिया था. कश्मीर में एक युवक को जीप से बांधने वाले सेना के मेजर को आतंकवाद विरोधी अभियान में निरंतर प्रयास करने के लिए पुरस्कृत किया गया है.
नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आतंकवाद निरोधक अभियानों में लगातार प्रयास के लिए मेजर लीतुल गोगोई को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, जिन्होंने एक कश्मीरी युवक को अपनी जीप से बांधकर पत्थरबाजों को करारा जवाब दिया था. कश्मीर में एक युवक को जीप से बांधने वाले सेना के मेजर को आतंकवाद विरोधी अभियान में निरंतर प्रयास करने के लिए पुरस्कृत किया गया है. पंजाब के मुख्यमंत्री कप्तान अमरिंदर सिंह ने आर्मी चीफ के इस फैसले का जोरदार स्वागत किया.
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कश्मीर में पथराव करने वालों से बचने के लिए संभवत:मानव ढाल के रूप में एक व्यक्ति को जीप से बांधने वाले सेना के मेजर लीतुल गोगोई को आतंकवाद विरोधी अभियान में निरंतर प्रयास करने के लिए सेना प्रमुख के ‘कमेंडेशन कार्ड’ से नवाजा गया है. 53 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर गोगोई के लिए यह पुरस्कार उनकी कार्रवाई के समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है. जबकि सेना ने कहा है कि इस मामले में कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी (सीओआई) अंतिम चरण में है।
सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने कहा, मेजर लीतुल गोगोई को आतंकवाद विरोधी अभियान में निरंतर प्रयास करने के लिए सेना प्रमुख के ‘कमेंडेशन कार्ड’ से नवाजा गया है. सेना के सूत्रों ने कहा कि मेजर गोगोई को सम्मानित करते हुए उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन समेत सभी कारकों और सीओआई से उभरने वाले सभी तथ्यों को ध्यान में रखा गया है. इससे साफ संकेत मिलता है कि पथराव करने वालों से जवानों को बचाने के लिए शख्स को जीप से बांधने के उनके फैसले को सेना का समर्थन है. सूत्रों ने बताया कि मेजर गोगोई को पिछले सप्ताह सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की जम्मू कश्मीर यात्रा के दौरान सम्मानित किया गया.
श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए 9 अप्रैल को हुए उपचुनाव में सेना के एक वाहन में एक व्यक्ति को बांधे हुए दिखाए जाने वाले वीडियो के वायरल होने पर सार्वजनिक आलोचना शुरू हो गई जिसके बाद सेना ने एक जांच गठित की थी. मतदान का बहिष्कार करने के लिए स्थानीय लोग सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी कर रहे थे. सुरक्षा बल अपने हिसाब से पत्थरबाजों को जवाब देते रहे, लेकिन मेजर लीथल गोगोई ने एक एक अलग रास्ता अपनाया. उन्होंने पत्थरबाजी कर रहे एक युवक को अपनी जीप के बोनट से बांध दिया. इस कदम के बाद हुड़दंग कर रही भीड़ की हरकत कुछ देर के लिए थम गई. हालांकि मेजर की इस हरकत का वीडियो किसी ने बना लिया, जिसके बाद यह पूरे देश में वायरल हो गया. मेजर 53 राष्ट्रीय रायफल में तैनात हैं. जबकि जीप से बांधा जाने वाला युवक फरुख अहमद डार बड़गाम का ही रहने वाला है. राजनीतिक स्तर पर इस हरकत की निंदा भी की गई.