लंदन: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि 2014 के आम चुनावों में मिली हार से पार्टी ने सबक सीखा है और स्वीकार किया कि 10 साल तक सत्ता में रहने की वजह से उसमें ‘‘एक हद तक दंभ’’ आ गया था. इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटजिक स्टडीज में यहां एक सवाल के जवाब में गांधी ने कहा, ‘‘आपको सुनना होगा - नेतृत्व का आशय सीखना है. ’’ गांधी से जब पूछा गया कि उनकी पार्टी ने 2014 में मिली चुनावी शिकस्त से क्या सीखा, तो उन्होंने कहा, ‘‘10 साल तक सत्ता में रहने के बाद कांग्रेस में कुछ हद तक दंभ आ गया था और हमनें सबक सीखा. ’’


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राहुल ने कहा कि भारत नौकरियां देकर ही अपना कद बढ़ा सकता है और भारत में ‘‘नौकरियों का संकट’’ है. उन्होंने कहा कि चीन जहां प्रत्येक 24 घंटे में 50,000 नौकरियों का सृजन करता है वहीं भारत इस अवधि में महज 450 नौकरियां सृजित कर पाता है. उन्होंने कहा, ‘‘भारत अपना प्रभाव कैसे बढ़ा सकता है जब आप मूल तत्वों की अनदेखी करते हैं. 



आप अपने कृषि क्षेत्र का समर्थन नहीं करते. ’’ गांधी ने कहा, ‘‘अगर आप भारत की सफलता को देखेंगे तो इसे तब हासिल किया गया जब यहां विकेंद्रीकरण था.  भारत के सर्वश्रेष्ठ और सबसे सफल शासकों ने सत्ता का विकेंद्रीकरण किया.’’ 


इनपुट भाषा से भी