Ayodhya Ram Temple: फरवरी के महीने को मोहब्बत का महीना कहा जाता है. 11 फरवरी को लोग प्रॉमिस डे मनाते हैं. यूं तो वैलेंटाइंस वीक को प्रेमी-प्रेमिकाएं सेलिब्रेट करते हैं. लेकिन हम ऐसे पॉलिटिकल प्रॉमिस के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इस देश के एक पूर्व प्रधानमंत्री ने किया था और उसको आज पीएम नरेंद्र मोदी साकार करने में जुटे हैं. वे पूर्व पीएम थे अटल बिहारी वाजपेयी. 


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दरअसल अटल बिहारी वाजपेयी का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह यूनिफॉर्म सिविल कोड, राम मंदिर और धारा-370 जैसे मुद्दों पर बोल रहे हैं. अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल में सारे वादे तो पूरे नहीं हो पाए थे लेकिन पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल में कई वादों को मूर्त रूप दे दिया है. 


दरअसल यह वीडियो है 27 साल पुराना. 27 मई 1996 को अटल बिहारी वाजपेयी 13 दिन सरकार चलाने के बाद इस्तीफा देने से पहले संसद में जमकर गरजे थे. 1996 लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद उन्होंने पीएम पद की शपथ ली थी. लेकिन बीजेपी की यह सरकार बहुमत न होने के कारण चल नहीं पाई थी.  इसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. संसद में अपने ऐतिहासिक भाषण में पीएम मोदी ने कहा था, 'अभी मैं प्रधानमंत्री हूं, थोड़ी देर बाद नहीं रहूंगा.'



...जब संसद में गरजे थे वाजपेयी


पूर्व पीएम ने अपने भाषण में कहा था, 'भगवान राम ने कहा था मैं मृत्यु से नहीं डरता, डरता हूं तो बदनामी से डरता हूं...लोक उपहास से डरता हूं. आज मैं प्रधानमंत्री हूं, थोड़ी देर बाद नहीं रहूंगा...मेरे ऊपर आरोपों की झड़ी लगाई जा रही है...लेकिन आपने अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों को छोड़ दिया है. उनके भाषण में राम मंदिर का मुद्दा नहीं है. धारा 370 खत्म होने का जिक्र नहीं है. इसके अलावा शादी-ब्याह के समान कानून का भी जिक्र नहीं है. आपने स्वदेशी का भी परित्याग कर दिया है और ये बातें इस तरह से कही गई हैं, जैसे ये हमारे परित्याग से काफी दुखी हैं. वो तो इन बातों की आलोचना करते रहे हैं, हमें इसलिए दोषी ठहराते हैं क्योंकि हम राम मंदिर बनवाना चाहते हैं. हम देश की एकता की बात करते हैं इसलिए आर्टिकल 370 हटवाना चाहते हैं.'


पीएम मोदी ने साकार किए वादे


कई बार अटल सरकार के दौरान राम मंदिर और आर्टिकल 370 जैसे मुद्दों पर बात की गई.लेकिन तब ये मुमकिन हो नहीं पाया. इसके बाद जब 2014 में पीएम मोदी की अगुआई में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी तो इस पर चर्चा तेज हो गई. इसके बाद मोदी सरकार ने धारा-370 को निष्क्रिय कर दिया. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट की ओर से फैसला आने के बाद राम मंदिर का कार्य भी जारी है. मोदी सरकार यूनिफॉर्म सिविल कोड पर जुटी हुई है.


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