जवानों की शहादत का राजनीतिकरण करने का आरोप बेबुनियाद, इससे पाकिस्तान खुश होगा :BJP
जेटली ने कहा कि बालाकोट अभियान भारत की अपनी संप्रभुता को बचाने के लिए आत्म रक्षा हेतु किया गया आतंकवाद विरोधी हमला था.
नई दिल्ली: कांग्रेस सहित विपक्षी दलों द्वारा जवानों की शहादत का राजनीतिकरण करने के आरोप को ‘बेबुनियाद’ बताते हुए बीजेपी ने बुधवार को कहा कि ऐसे समय में जब पूरा देश एकजुट है तब इस तरह के बयान बाधा डालने वाले हैं. पार्टी ने कहा कि इससे केवल पाकिस्तान की सेना और उसकी मीडिया ही खुश हो रही है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने ट्वीट कर कहा, ‘‘पूरा देश एक स्वर में बोल रहा है. फिर विपक्ष क्यों सरकार पर यह आरोप लगा रहा है कि हमारे आतंकवाद निरोधक अभियानों का राजनीतिकरण किया जा रहा है.’’
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘पुलवामा में सीमा पार से हमला एक वास्तविकता है. बालाकोट अभियान भारत की अपनी संप्रभुता को बचाने के लिए आत्म रक्षा हेतु किया गया आतंकवाद विरोधी हमला था.’’ केंद्रीय मंत्री जेटली ने विपक्ष का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘मेरी भारत के विपक्ष से अपील है, ‘देश को एक स्वर में बोलने दीजिए.’ बिना सोचे समझे दिये गये आपके बयान का उपयोग पाकिस्तान अपने पक्ष को मजबूती देने के लिए कर रहा है.’’ केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि आज भारत में 21 विपक्षी दलों की बैठक हुई और राहुल गांधी द्वारा उसमें जो प्रतिक्रिया आई वह बिलकुल बेबुनियाद है.
उन्होंने कहा कि दो दिन से जैसा माहौल है, सब सेना को बधाई दे रहे हैं, सलाम कर रहे हैं और इसमें कोई राजनीति नहीं हुई है. जावड़ेकर ने कहा कि विपक्ष को सोचना चाहिए कि उनके बयान को कोई किस रूप में पेश कर सकता है. बीजेपी ने इस क्रम में पाकिस्तानी मीडिया में भारत के विपक्षी दलों के बयान से जुड़ी रिपोर्ट भी दिखायी. बीजेपी नेता ने पूछा कि 21 पार्टियों के बयान से कौन खुश है- पाकिस्तान की सेना और वहां की मीडिया.
जावड़ेकर ने कहा, ‘‘जब देश पूरा एकजुट है, तब इस तरह के बयान बाधा डालते हैं. विपक्ष को सोचना चाहिए क्या इस तरह के बयान इस समय उपयुक्त हैं.’’ गौरतलब है कि कांग्रेस सहित 21 विपक्षी दलों ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकवादी शिविर पर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई और इसके बाद पाकिस्तानी दुस्साहस को विफल किए जाने की सराहना की. एक बयान जारी कर उनकी तरफ से कहा गया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में वे अपने सशस्त्र बलों एवं सेना के साथ खड़े हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलवामा हमले के बाद बीजेपी के नेताओं ने जवानों की शहादत का राजनीतिकरण किया जो गंभीर चिंता का विषय है.
(इनपुट भाषा से)