Arvind Kejriwal alleges On Bjp: आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया है. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं.


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शाहदरा क्षेत्र में 11,018 मतदाताओं के नाम हटाने के लिए आवेदन
केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शाहदरा, जनकपुरी, लक्ष्मी नगर और अन्य सीट पर हजारों मतदाताओं के नाम हटाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग में आवेदन दाखिल किए हैं. उन्होंने कहा, 'भाजपा ने शाहदरा क्षेत्र में 11,018 मतदाताओं के नाम हटाने के लिए आवेदन किया है. जब हमने 500 नामों संबंधी आवेदन की समीक्षा की तो पता चला कि 75 प्रतिशत लोग अब भी वहां रह रहे हैं लेकिन उनके नाम मतदाता सूची से हटाए जा सकते हैं.'


आप पार्टी के समर्थकों के वोटर लिस्ट से काटे जा रहे नाम
उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में शाहदरा विधानसभा सीट पर ‘आप’ ने करीब 5,000 मतों से जीत हासिल की थी. उन्होंने आरोप लगाया कि अब उस निर्वाचन क्षेत्र में करीब 11,000 मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं और इनमें से अधिकतर मतदाता ‘आप’ समर्थक हैं. केजरीवाल ने कहा कि पिछले 1-1.5 महीने में उन्होंने 11,000 लोगों के वोट काटने का आवेदन दिया है और वो प्रक्रिया चल रही है. आवेदनों में कहा गया है कि ये 11,018 लोग या तो कहीं और चले गए हैं या उनकी मौत हो गई है.


जानें केजरीवाल क्या दे रहे सबूत?
हमने 500 को रैंडम तरीके से चेक किया. इन 500 में से 372 लोग वहीं (अपने पते पर) रह रहे थे. वो कहीं और नहीं गए. यानी उनकी 75% लिस्ट गड़बड़ है. जब हमने पता किया तो पता चला कि इनमें से ज़्यादातर वोटर आप के वोटर निकले. अगर एक विधानसभा क्षेत्र से 6% वोट कटते हैं तो चुनाव कराने का क्या मतलब है?  एक लाख 86 हजार के करीब वोट हैं, भाजपा इनमें से 11 हजार के लगभग वोट कटवाने की एप्लीकेशन दे चुकी है. अभी पता नहीं कितनी एप्लीकेशन आएगी. केजरीवाल ने निर्वाचन आयोग से शाम तक सभी आवेदनों को अपनी वेबसाइट पर अपलोड करने का आग्रह किया ताकि पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके.


दिल्ली हाई कोर्ट से केजरीवाल को झटका
उधर दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल की उस याचिका पर सुनवाई की तारीख आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया, जिसमें उन्होंने धन शोधन के एक मामले में उनके खिलाफ दायर आरोपपत्र पर संज्ञान लेने के निचली अदालत के आदेश को चुनौती दी थी. न्यायमूर्ति मनोज कुमार ओहरी ने कहा, ‘‘मामले की सुनवाई उसी तारीख (20 दिसंबर) को होगी. मेरे पास सुनवाई के लिए और भी मामले हैं.’’ केजरीवाल ने अपनी याचिका के संबंध में सुनवाई की तारीख 20 दिसंबर से आगे बढ़ाने का अनुरोध किया था. अदालत द्वारा सुनवाई की तारीख बदलने से इनकार करने के बाद केजरीवाल के वकील ने अनुरोध किया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को याचिका पर उसके जवाब की प्रति अग्रिम रूप से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जाए. इनपुट भाषा से