Arvind Kejriwal Statement: पंजाब (Punjab) में कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा (Sukhpal Singh Khaira) की गिरफ्तारी के बाद I.N.D.I.A. गठबंधन में दरार की अटकलों पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने विराम लगाया. सीएम केजरीवाल ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि किसी भी हालत में आम आदमी पार्टी (AAP) गठबंधन से अलग नहीं होगी. I.N.D.I.A. गठबंधन से हमारे रास्ते जुदा नहीं होंगे. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि पहली चीज तो मैं ये साफ कर दूं कि आम आदमी पार्टी I.N.D.I.A. गठबंधन के लिए प्रतिबद्ध है. आम आदमी पार्टी किसी भी हालत में I.N.D.I.A. गठबंधन से अलग नहीं होगी. गठबंधन के धर्म को निभाने के लिए हम पूरी तरह से कटिबद्ध हैं.


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सीएम केजरीवाल का बड़ा बयान


सुखपाल सिंह खैरा की गिरफ्तारी के मामले पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल मैंने सुना था कि नशे की वजह से किसी नेता को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मेरे पास पूरी जानकारी नहीं है. इसके लिए पंजाब पुलिस से बात करनी होगी. लेकिन पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार नशे को खत्म करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.



नशे के खिलाफ जंग जारी


सीएम केजरीवाल ने कहा कि नशे ने हमारे युवाओं की एक पूरी पीढ़ी को बर्बाद कर दिया है. कितने बड़े पैमाने पर नशा है आप उसकी कल्पना भी नहीं कर सकते. तो उसके खिलाफ जो जंग छिड़ी हुई है, उस जंग में कोई कितना भी बड़ा आदमी हो या कितना भी छोटा आदमी हो, उसे फिर बख्शा नहीं जाएगा. मैं किसी एक केस या किसी व्यक्ति पर टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा क्योंकि मेरे पास डिटेल्स नहीं है.


ड्रग्स केस में गिरफ्तार हुए खैरा


पंजाब के कांग्रेस विधायक सुखपाल खैरा को गुरुवार को ड्रग्स तस्करी के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके लिए सुबह-सुबह जलालाबाद पुलिस पूरी तैयारी के साथ उनके चंडीगढ़ के आवास पर पहुंची थी, जिसके बाद पुलिस ने कांग्रेस विधायक सुखपाल खैरा को उनके चंडीगढ़ के आवास से गिरफ्तार कर लिया. खैरा का आरोप है कि पुलिस ने उनको एक घूंट पानी तक नहीं पीने दिया और उसके हाथ से गिलास छीन लिया.


खैरा ने लगाए ये आरोप


हालांकि, खैरा की गिरफ्तारी के दौरान उनके समर्थकों ने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, पुलिस ने कहा कि खैरा को साल 2015 के NDPS एक्ट में दर्ज एक पुराने मामले में गिरफ्तार किया गया है. जबकि सुखपाल खैरा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान बदले की भावना से काम कर रहे हैं. खैरा ने कहा कि उन पर झूठा केस दर्ज किया गया था और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें राहत भी दे दी थी.