नई दिल्ली: आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के 20 दिनों बाद भारत ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया. इसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी व उनके ट्रेनर मारे गए हैं. पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर भारत की कार्रवाई के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने वायुसेना की जमकर तारीफ की.


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ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भारतीय वायु सेना की कार्रवाई पर खुशी जताते हुए कहा, "पुलवामा हमले के 2-3 दिन बाद से ही मैं इस तरह की कार्रवाई की उम्मीद लगाए था. सेना की कार्रवाई का स्वागत है. हम सरकार के साथ हैं. मुझे उम्मीद है कि सरकार मसूद अजहर और हाफिज सईद को भी पकड़ेगी." 


 



भाजपा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व में देश सुरक्षित है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वायुसेना के पायलटों को सलाम किया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वायुसेना की तारीफ करते हुए कहा, "वायुसेना का मतलब बेहतरीन योद्धा. जयहिंद." पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा, "वायुसेना के हवाई हमले पाकिस्तान और आतंकवादियों को बहुत जरूरी संदेश दिया है- यह मत सोचिए कि आप पुलवामा हमले जैसी हरकत करेंगे और बच जाएंगे. वायुसेना के जवानों को शाबासी देता हूं और इस कार्रवाई के प्रति पूरा समर्थन जताता हूं." 


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, "मैं भारतीय वायु सेना के पायलटों की बहादुरी को सलाम करता हूं जिन्होंने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बना कर हमें गौरवान्वित किया है."


बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, "जैश आतंकियों आदि के खिलाफ पीओके में घुसकर भारतीय वायुसेना के बहादुर जाँबाज़ों की साहसिक कार्रवाई को सलाम व सम्मान. काश हमारी सेना को फ्री हैण्ड भाजपा की सरकार पहले दे देती तो बेहतर होता." सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "अपनी वायुसेना और सशस्त्र बलों को सलाम करता हूं. बहुत बधाई."


नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि भारतीय वायुसेना द्वारा जैश-ए-मोहम्मद की शिविरों पर किया गया हमला ‘‘बिल्कुल नया तरीका है’’ क्योंकि यह पहली बार है जब शांति काल में पड़ोसी देश स्थित आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला किया गया है. अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, "बालाकोट हवाई हमले के साथ ही हम नई मिसाल में पहुंच गए हैं. उरी के बाद हुआ सर्जिकल स्ट्राइक हमारे नुकसान का बदला लेने के लिए था, लेकिन बालाकोट जैश के संभावित हमलों को रोकने के लिए बरता गया एहतियात है. बिल्कुल नया तरीका है."