नागरिकता कानून पर संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान का ओवैसी ने दिया जवाब
नागपुर में सालाना विजयदशमी पूजन के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा सीएए और चीन पर दिए गए बयान पर राजनीति शुरू हो गई है. राहुल गांधी और ओवैसी ने भागवत पर निशाना साधा है.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (Rashtriya Swayamn Sewak Sangh) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) के नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर दिए गए बयान पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने पलटवार किया है. ओवैसी ने कहा है कि मुसलमान बच्चे नहीं हैं, जिन्हें नागरिकता संशोधन कानून को लेकर गुमराह किया जाए.
संघ प्रमुख का बयान
दरअसल नागपुर में सालाना विजयदशमी (vijayadashami) पूजन के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा था कि अनुच्छेद 370 (Article 370) और नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर देश का माहौल बिगाड़ने की राजनीति हो रही है. इस नए कानून के नाम पर मुस्लिम भाइयों को गुमराह करने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा था कि सीएए के विरोध के नाम पर संगठित हिंसा फैलाने की कोशिश हो रही है. इसी बयान पर ओवैसी ने पलटवार किया है.
ओवैसी का पलटवार
ओवैसी ने ट्वीट में लिखा है, 'हम बच्चे नहीं हैं, जिन्हें गुमराह किया जाए.’ वह आगे लिखते हैं ‘हम तब तक विरोध करते रहेंगे जब तक ऐसा एक भी कानून रहेगा, जो हमें हमारी भारतीयता साबित करने को कहेगा.'
चीन पर भागवत का बयान
इसके अलावा मोहन भागवत ने अपने भाषण में चीन (China) को भी चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि चीन भारत की दोस्ती को उसकी कमजोरी न समझे. इस पर भी विपक्ष की ओर से राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्वीट कर भागवत पर हमला बोला है. उन्होंने अपने ट्वीट में ये बात दोहरायी है कि चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा किया है.
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